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87 मरीजों के लिए 450 मरीजों को किया परेशान

आई सर्जन को नादरशाही फुरमान जारी कर भेजा गिद्दड़बाहा दूर दराज से आए मरीज करते रहे इंतजार फोटो

By JagranEdited By: Published: Mon, 12 Mar 2018 07:13 PM (IST)Updated: Mon, 12 Mar 2018 07:13 PM (IST)
87 मरीजों के लिए 450 मरीजों को किया परेशान
87 मरीजों के लिए 450 मरीजों को किया परेशान

आई सर्जन को नादरशाही फुरमान जारी कर भेजा गिद्दड़बाहा

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दूर दराज से आए मरीज करते रहे इंतजार

फोटो संख्या 20, 21, 22

संवाद सहयोगी, श्री मुक्तसर साहिब सोमवार की सुबह विभिन्न क्षेत्रों से अस्पताल आए करीब 450 मरीजों को परेशान होना पड़ा। जोकि इंतजार करने के बाद करीब 11 बजे अपने घरों को चल दिए।

गिद्दड़बाहा में एक संस्था की ओर से दो दिवसीय आंखों का जांच कैंप लगाया गया था। यहां पर 87 मरीजों को ऑपरेशन के लिए चयन किया गया था। उनके आपरेशन सोमवार किए किए जाने थे। इसके लिए हालांकि एक आई सर्जन गिद्दड़बाहा में है, लेकिन मुक्तसर में तैनात सर्जन डॉ. बलजीत कौर को भी गिद्दड़़बाहा में ही बुला लिया गया। जोकि दो दिन के लिए वहीं मरीजों की आंखों के ऑपरेशन करेंगी। इस कारण दूर दराज से आए मरीज परेशान होते रहे।

रत्तेआला से आई सुरजीत कौर, अबुल खुराना की गुरदेव, अबोहर से रिकु कुमर, जसमेर ¨सह ने बताया कि वह सुबह साढे सात बजे से बैठे हैं। क्योंकि उन्हें आज बुलाया गया था। अब वह क्या करें। गांव घुड़ियाना से आई सुरजीत कौर का कहना था कि मैं की करां मैं ता किराया वी किसे तो लै के आई सी, हुण फेर पता नी कदों मिलू, पैसे दा वी इंतजाम करना। मौके पर बनाया गया प्लान : बलजीत कौर

आई सर्जन डॉ. बलजीत कौर का कहना था कि पहले तो मुक्तसर में ही ऑपरेशन करने की बात हुई थी। लेकिन रविवार की देर शाम को राजनीतिक दबाव के कारण ही उसे गिद्दड़बाहा भेजने के आदेश जारी किए गए हैं जिस कारण यहां पर समस्या पैदा हो गई है। क्योंकि उसके पास रोजाना की पांच सौ के करीब ओपीडी होती है। उसके वहां जाने के कारण मरीजों को भारी परेशानी होगी। जोकि वह नहीं चाहती थी। लेकिन अब वह क्या कर सकती है। गिद्दड़बाहा के एसएमओ प्रदीप सचदेवा का कहना था कि उन्हें तो कुछ पता नहीं यह तो सिविल सर्जन ने ही किया है। इनसेट

सुविधा के लिए मरीजों को भेजा गया : सिविल सर्जन

सिविल सर्जन डॉ. सुखपाल ¨सह ने कहा कि लोगों की सुविधा के लिए ही उन्हें वहां भेजा गया है। लेकिन यहां पर परेशान होने वाली मरीजों के संबंध में पूछने पर उनका कहना था कि यदि डाक्टर छुट्टी लेता है तो भी तो परेशानी आती है।


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