डीईओ ने शिक्षक को जड़ा थप्पड़, शिक्षकों ने बनाया बंधक
जागरण संवाददाता मलोट ( श्री मुक्तसर साहिब) शुक्रवार की सुबह हलके के गांव बुर्ज सिधवां के एलीमेंट्री स्कूल में उस समय हंगामा खड़ा हो गया जब पढ़ो पंजाब प्रोजेक्ट के अधीन चल रहे पेपर के दौरान एक शिक्षक व शिक्षा अधिकारी आपस में उलझ गए। जिस दौरान एलीमेंट्री टीचर यूनियन के प्रधान हैरी बठला ने शिक्षा अधिकारी मलकीत ¨सह खोसा पर थप्पड़ मारने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरु कर दिया। उसकी
जागरण संवाददाता, मलोट (श्री मुक्तसर साहिब)
शुक्रवार की सुबह हलके के गांव बुर्ज सिधवां के एलीमेंट्री स्कूल में उस समय हंगामा खड़ा हो गया जब पढ़ो पंजाब प्रोजेक्ट के अधीन पांचवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के चल रहे पेपर के दौरान एक शिक्षक व शिक्षा अधिकारी आपस में उलझ गए। जिस दौरान एलीमेंट्री टीचर यूनियन के प्रधान हैरी बठला ने शिक्षा अधिकारी मलकीत ¨सह खोसा पर थप्पड़ मारने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। उसकी हिमायत पर अलग अलग स्कूलों के शिक्षक मौके पर आ पहुंचे और उन्होंने स्कूल का गेट बंद कर शिक्षा अधिकारी को स्कूल में ही बंधक बना दिया। गेट पर धरना लगाते हुए शिक्षकों ने शिक्षा अधिकारी और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। छह घंटे चले इस धरने के दौरान शाम चार बजे जाकर यह धरना समाप्त हुआ।
हालांकि यह धरना बिना किसी परिणाम के ही समाप्त हुआ है। हैरी बठला का कहना था कि उनकी ओर से पढ़ो पंजाब का बायकॉट किया जा रहा है जिसके लिए वह स्कूल के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे। लेकिन शिक्षा अधिकारी मलकीत ¨सह खोसा ने उसे धरना लगाने के कारण थप्पड़ जड़ दिया। यह पूरी घटना पुलिस की मौजूदगी में हुई लेकिन पुलिस किसी भी तरह की कार्रवाई करने को तैयार नहीं है। घटना की सूचना मिलते ही थाना सिटी मलोट, सदर के प्रभारी व डीएसपी भुपेंदर सिंह, एसपी इकबाल ¨सह व एसडीएम गोपाल ¨सह भी मौके पर जा पहुंचे।
जिला शिक्षा अधिकारी मलकीत ¨सह खोसा का कहना था कि पढ़ो पंजाब के अधीन परीक्षा चल रही थी। जिसमें हैरी बठला ने आकर बच्चों को कक्षा से बाहर निकालना शुरू कर दिया। उसने उसे ऐसा करने से रोका था कोई थप्पड़ नहीं मारा। यह तो बिना बात के ही हंगामा कर रहे हैं।
मलोट के शिअद व भाजपा के वर्कर भी धरने में जाकर शामिल हो गए। जिन्होंने शिक्षकों के हक में नारेबाजी करते हुए शिक्षा अधिकारी पर दबाव बनाने की कोशिश की। लेकिन उनकी कोई पेश नहीं गई और अधिकारियों व पुलिस के सामने वह बेबस नजर आए। इनसेट
बिना किसी निर्णय के धरना खत्म
धरना के दौरान ही शिक्षा अधिकारी, पुलिस व हैरी बठला के बीच कमरे में बैठक हुई। बाहर आकर हैरी बठला का कहना था कि जिला शिक्षा अधिकारी ने उससे माफी मांग ली है। इसलिए ही धरना समाप्त कर दिया गया है। इनसेट
आपस में उलझे शिक्षक
शिक्षा अधिकारी ने बाहर आकर जो बयान दिया उसमें माफी नाम का कोई जिक्र नहीं था। वहीं शिक्षका गगनदीप कौर का कहना था कि उनके सामने किसी ने माफी नहीं मांगी है उनका संघर्ष जारी रहेगा। हालांकि यह धरना समाप्त हो गया है लेकिन पढ़ो पंजाब का विरोध इसी तरह चलता रहा। जब वह बयान दे रही थी तो कुछ शिक्षक ही उसके साथ उलझ पड़े कि उसे बयान देने का अधिकार किसने दिया है। इसके तुरंत बाद ही सभी लोग वहां से चलते बने। इनसेट
दो बार सिक्योरिटी लेकर बाथरूम गए डीईओ
इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी को स्कूल में ही शिक्षकों ने बंधक बनाए रखा। वह दो बार बाथरूम करने के लिए गए लेकिन दोनों बार ही वह सिक्योरिटी को साथ लेकर गए। जिन्हें शिक्षकों से पूरी तरह से खतरा था। क्योंकि एक बार तो काम हाथापाई तक उतर आया था।