बारिश से मकान की छत गिरी, बाल-बाल बचे दादा-पोती
वीरवार की रात को बारिश के कारण गांव कोटली संघर में एक गरीब परिवार के मकान की छत्त का अचानक कुछ हिस्सा मकान के अंदर सो रहे दादा पोत्री पर आ गिरा। लेकिन इस घटना में वह बाल बाल बच गए। मजदूर मेजर सिंह पुत्र धर्म सिंह ने बताया कि वह वीरवार की रात को वह कमरे में अपनी पोत्री हरप्रीत कौर के साथ सौ रहा था की अचानक छत्त का कुछ भाग टू्ट कर उनके उपर आ गिरा तथा वह एक दम उठ कर बाहर की ओ दौड़े। उन्होंने बताया कि लड़की के उपर मोटी रिजाई होने के कारण उसका बचाव रहा।
संवाद सूत्र, श्री मुक्तसर साहिब
वीरवार की रात को बारिश के कारण गांव कोटली संघर में एक मकान की छत का कुछ हिस्सा मकान के अंदर सो रहे दादा-पोती पर आ गिरा लेकिन इस घटना में वह बाल-बाल बच गए। मजदूर मेजर सिंह पुत्र धर्म सिंह ने बताया कि वह वीरवार की रात को वह कमरे में अपनी पोती हरप्रीत कौर के साथ सो रहा था की अचानक छत का कुछ भाग टू्ट कर उनके उपर आ गिरा तथा वह एक दम उठ कर बाहर की ओर दौड़े। उन्होंने बताया कि लड़की के उपर मोटी रिजाई होने के कारण उसका बचाव रहा। उसने बताया कि इससे पहले भी उसके मकान की छत्त गिर गई थी उस समय भी परिवार बाल बाल बच गया था।
मेजर सिंह ने कहा कि उसके बेटे की काफी समय पहले मौत हो चुकी है तथा अपनी बहू व उसके चार बच्चों की जिम्मेदारी उनके सिर पर है। उन्होंने कहा कि वह बुजुर्ग है तथा मजदूरी कर अपने परिवार का गुजारा बड़ी मुश्किल से कर रहा है। मकान की गिरी हुई छत को ठीक करवाने के लिए उनके पास पैसे भी नहीं है तथा उन्होंने प्रशासन व अन्य समाजसेवी संस्थाओं को सहायता करने की अपील की है।
गांव वासी कुलविदरजीत सिंह बराड़, रघुबीर सिंह, दविदर सिंह, पंच बलवीर सिंह अदि ने राज्य सरकार व संबंधित विभाग के अधिकारियों से मकान बनाने लिए योग राशि दी जाए ताकि वह अपने परिवार के साथ सुरक्षित रह सके।