कुदरत की पूजा का उत्सव है वसंत : शम्मी चावला
संवाद सहयोगी, श्री मुक्तसर साहिब जो व्यक्ति परमात्मा की भक्ति में लीन रहते हैं व परमात्मा के हर आद
संवाद सहयोगी, श्री मुक्तसर साहिब
जो व्यक्ति परमात्मा की भक्ति में लीन रहते हैं व परमात्मा के हर आदेश को मानते है, उनके जीवन सदा बसंत जैसे चहकते रहते हैं। ऐसे व्यक्तियों के जीवन में कभी निराशा या गमी नहीं आती। यह बात गांधी नगर स्थित संत मंदिर (डेरा संत बाबा बग्गू भगत, सांझा दरबार) में रविवार का सत्संग के दौरान डेरा गद्दी नशीन भगत शम्मी चावला ने प्रवचन करते हुए कही। सत्संग की शुरुआत डेरे की प्रचलत मर्यादा के अनुसार डेरा संस्थापक ब्रह्मलीन संत बाबा बग्गू भगत जी की पवित्र मूर्ति की चरन वंदना व अरदास कर की गई। सत्संग दौरान डेरा श्रद्धालुओं द्वारा शब्द भजन कीर्तन गायन किया गया व महिलाओं द्वारा श्री मां दुर्गा स्तुति के पाठ किए गए।
भगत जी ने कहा कि वसंत का उत्सव कुदरत की पूजा का उत्सव है। जैसे जवानी हमारे जीवन का सबसे सुंदर समय होता है, उसी तरह ही बसंत ऋतु सभी मौसमों की जवानी होती है। प्रभु का उपासक अपने पूरे जीवन में वसंत जैसे आनंद मानता रहता है। परमात्मा के आदेशों को मानने वाले व्यक्ति वसंत जैसे ही दूसरों के जीवन में खुशियां बांटते हैं। हम सभी को परमात्मा की रजा में रहने व दूसरों का जीवन बसंत जैसे महिकाने की कोशिश करनी चाहिए। जानकारी देते हुए डेरा कमेटी के चीफ आग्रेनाईजर जगदीश राय ढोसीवाल ने बताया कि सत्संग के अंत में भगत जी द्वारा सभी के भले व क्षेत्र की खुशहाली के लिए अरदास की गई।