डिप्टी स्पीकर के दफ्तर के सामने शिक्षकों ने की भूख हड़ताल
लंबे समय से रेगुलर करने की मांग को लेकर 517
संवाद सूत्र, मलोट (श्री मुक्तसर साहिब) : लंबे समय से रेगुलर करने की मांग को लेकर 5178 अध्यापक यूनियन संघर्ष कर रहीं है। पंजाब की स्टेट कमेटी द्वारा तय प्रोग्राम के अनुसार रेगुलर करने के संबंध में अध्यापकों द्वारा जिला प्रधान अमर वर्मा की अगुवाई में कांग्रेस के विधायक तथा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर अजैब ¨सह भट्टी के दफ्तर के समक्ष एक दिवसीय भूख हड़ताल की गई। इस दौरान ही शहर में रोष मार्च करते हुए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। प्रधान ने बताया कि अपनी मांगों को लेकर भुख हड़ताल पर बैठे 12 अध्यापक जिनमें बलजीत कौर, दल¨जदर कौर, मनप्रीत कौर, सुखदीप कौर, रमनप्रीत कौर, अमरजीत, सरबजीत ¨सह, भू¨पदर ¨सह, दिनेश कुमार, अमर वर्मा, सतपाल व निर्मल ¨सह आदि भूख हड़ताल पर बैठे। अध्यक्ष ने कहा कि सभी योग्यताएं पूरी करते हुए अध्यापक पंजाब सरकार द्वारा 2011 में लिया पहला टैट का टेस्ट पास करने उपरांत शिक्षा विभाग की मंजूरशुद्धा पोस्टों पर नवंबर 2014 से तीन साल की ठेके की सूरत पर 6000 रुपये माह पर भर्ती किए गए थे। नियुक्ति पत्र की शर्तों मुताबिक अध्यापकों को नवंबर 2017 में रेगुलर किया जाना बनता था। लेकिन अक्टूबर 2017 में डायरेक्टर शिक्षा विभाग द्वारा रेगुलर की फाइलें भी ले ली गई। लेकिन अब तीन साल दस माह के बाद भी अभी तक रेगुलर नहीं किया गया। जबकि वित्त विभाग द्वारा पत्र जारी करके न मात्र दिया जा रहा वेतन भी बंद कर दिया गया। उन्होंने बताया कि इसके अलावा सरकार द्वारा बैठकों में तो पूरा वेतन होने तक दस हजार रुपये वार्षिक बढोत्ररी जा अप्रैल 2019 से रेगुलर करने की अजीबों गरीब शर्ताें का प्रस्ताव हमारे प्रांतीय आगू के सामने रखा गया। जिनको उनके द्वारा शुरु से ही रद्द् कर दिया गया तथा अपने तीन साल पूरे होने उपरांत नवंबर 2017 से ही फुल स्केल पर रेगुलर की मांग की गई। संगठनों के अन्य नेताओं ने मांग की है कि समूह अध्यापकों सहित वोटंग लिस्ट, आर्ट क्राफ्ट तथा डीपीई को जल्द से जल्द एक तिथि से सभी वित्ती लाभ देते हुए रेगुलर करने का पत्र तुरंत जारी किया जाए। अध्यापकों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर अध्यापकों की जायज मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया तो संघर्ष को ओर तीव्र किया जाएगा। इस मौके पर कुल¨वदर ¨सह व मनोहर लाल शर्मा भी उपस्थित थे।