कुत्तों की नसबंदी का टेंडर रद किया जाए
एडवोकेट कादंबनी अरोड़ा ने कुत्तों की नसबंदी का टेंडर रद करने की मांग की है।
संवाद सूत्र, श्री मुक्तसर साहिब
एडवोकेट कादंबनी अरोड़ा ने प्रशासन की ओर से राजस्थान के श्रीगंगानगर की संस्था ग्राम स्वराज विकास एवं उत्थान संस्थान के साथ कुत्तों की नसबंदी का किया गया टेंडर रद करने की मांग की है।
शनिवार को रेलवे रोड पर प्रेसवार्ता के दौरान कादिबनी अरोड़ा ने कहा कि संस्थान की ओर से कुत्तों की नसबंदी के लिए बूड़ा गुज्जर रोड पर बनाए गए केंद्र पर बेजुबान जानवरों के साथ अत्याचार हो रहा है। पहले तो यह संस्था किसी एनीमल कमेटी के साथ जुड़ी नहीं है। ऐसे में यह टेंडर इन्हें दिया ही नहीं जा सकता। वहां पर न तो पंखों का इंतजाम है, न लाइट व पानी का। आपरेशन थियेटर तक नहीं है। कुत्तों को महज जानवर समझकर ही ट्रीटमेंट किया जा रहा है।
कुत्तों की नसबंदी के नाम पर उनकी जिदगी छीनी जा रही है, जो नाइंसाफी है। एडवोकेट कादंबनी अरोड़ा ने कहा कि वह इस संबंध में डीसी अराविद कुमार से भी मिल चुकी हैं। बावजूद डीसी के आश्सवान के कोई सुनवाई नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि कुत्तों की नसबंदी करने पर सरकार से एक कुत्ते का 2,300 रुपये मिलता है। सिर्फ रुपये इकट्ठे किए जा रहे हैं। मगर जानवरों को सुविधाएं बिल्कुल नहीं हैं। इस मौके टिब्बी साहिब गौशाला कमेटी के अध्यक्ष अमृत लाल खुराना व पवन छाबड़ा भी मौजूद थे।