सरकारी नीतियों के खिलाफ मोटरसाइकिल रैली पांच को
पंजाब तथा केंद्र सरकार की शिक्षा तथा मुलाजिम विरोधी नीतियों की निमदा की।
संवाद सहयोगी, श्री मुक्तसर साहिब
पंजाब तथा केंद्र सरकार की शिक्षा तथा मुलाजिम विरोधी नीतियों तथा सरकारी आर्थिक हमलों के खिलाफ प्रतिनिधि अध्यापक डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट ने राज्य स्तरीय संघर्ष शुरू करने किए एलान के तहत पांच अगस्त को जिला स्तरीय रोष मार्च किया जा रहा है।
मुक्तसर-2 के ब्लॉक प्रधान बूटा सिंह वाकिफ तथा ब्लॉक सचिव जोगिदर कौर ने बताया कि कोरोना महामारी की आड़ में मुलाजिमों के हकों को दबाने के लिए निजीकरण किया जा रहा है। पंजाब सरकार डीए की किस्तों को दबाए बैठी है, मुलाजिमों को दो सौ रुपये प्रति माह डवलपमेंट टैक्स लगाया जा रहा है। वेतन कमिशन की रिपोर्ट को लगातार लटकाया जा रहा है। नई भर्ती होने वाले कर्मचारियों का वेतन स्केल केंद्रीय पैट्रन अनुसार करना तथा निगुने मोबाइल भत्ते में कटौती के फैसले सरकारों की मुलाजम विरोधी नीति का पुख्ता सबूत है।
शिक्षक नेताओं ने कहा कि हाल ही में लागू गई नई शिक्षा नीति द्वारा शिक्षा को बुनियादी ढांचे को पूरा करने की जिम्मेवारी से भाग के एनजीओ तथा अन्य समाजिक संस्थाओं के के हवाले किया जा रहा है, रिक्त पड़ी पोस्टों को समाप्त करके बजट में कटौती तथा निजीकरण की तरफ कदम बढ़ाए जा रहे है। नेताओं ने कहा कि केंद्र तथा पंजाब सरकार की मुलाजमों के विरोध में किए जा रहे कार्यों की निदा की गई। मोदी हकूमत की तरफ से खेती आर्डीनैंस लगाए गए है, बिजली एक्ट 2020 तथा डीजल, पेट्रोल की कीमतें कंट्रोल से बाहर होती जा रही है। शिक्षक नेताओं ने स्पष्ट किया है कि वह ऐसे चुनौती पूर्ण हालातों से पार पाने के लिए संघर्ष का रास्ता अपनाना पड़ेगा। संघर्ष द्वारा ही केंद्र तथा राज्य सरकार की विरोधी नीतियों के खिलाफ लड़ा जा सकता है।
इस मौके पर ब्लॉक कमेटी मैंबर जगदीप बिट्टू, सरबजीत सिंह, बरनेक सिंह, परमिदर हरिके, केसी रुपाणा तथा रघुबीर सिंह आदि उपस्थित थे।