नशा मौत का दूसरा नाम : एएसआइ
मिमिट कॉलेज में विद्यार्थियों को नशों के बुरे प्रभावों के प्रति जगारुक करने के लिए सेमिनार का आयोजन किया गया।
संवाद सूत्र, मलोट (श्री मुक्तसर साहिब)
नशे के खिलाफ चलाई मुहिम के तहत मिमिट कॉलेज में विद्यार्थियों को नशे के बुरे प्रभावों तथा ट्रैफिक नियमों का पालन करने प्रति जागरूक करने के लिए सेमिनार का आयोजन किया गया। इस अवसर पर नशा विरोधी चेतना यूनिट के इंचार्ज एएसआइ गुरादित्ता सिंह ने विद्यार्थियों को कहा कि मौत का दूसरा नाम नशा है। हमें कभी किसी भी तरह का नशा नहीं करना चाहिए। खास करके अगर आप के आस पास बुरी संगत है तथा उस से दूर रहना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अगर कोई नशा बेचता है तो उसकी सूचना पुलिस को दें सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम पता गुप्त रखा जाएगा। अगर कोई व्यक्ति नशा छोड़ना चाहता है तो वह हमसे संपर्क कर सकता है उसे नशा छ़ुडाओ केंद्र में भर्ती करवाकर उसका नशा छुड़वाया जा सकता है। इसके अलावा सड़क पर वाहन चलाते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत ही जरूरी है। जैसे वाहन चलाते समय फोन का प्रयोग न करें, दो से ज्यादा लोगों को बाइक पर न बैठाएं, कार चलाते समय बेल्ट का प्रयोग करे। आखिर में कॉलेज के प्रिसिपल व समूह स्टाफ ने टीम का धन्यवाद किया।