हैपी सीडर से कम होता है खर्च
कृषि विज्ञान केंद्र गोनियाना मुक्तसर की तरफ से गांव खोखर में संबंधी खेत दिवस का आयोजन किया गया।
संवाद सहयोगी, श्री मुक्तसर साहिब
कृषि विज्ञान केंद्र गोनियाना मुक्तसर की तरफ से गांव खोखर में गुरमेल सिंह पुत्र नत्था सिंह के खेत में हैपी सीडर तकनीक संबंधी खेत दिवस का आयोजन किया गया। इसमें लगभग 100 किसानों ने भाग लिया।
खेत दिवस की प्रधानगी डॉ. एनएस धालीवाल, एसोसिएशन डायरेक्टर, कृषि विज्ञान केंद्र की। उन्होंने कहा कि कृषि विज्ञान केंद्र गोनियाना की तरफ से अलग-अलग गांवों में हैपी सीडर मशीन से गेहूं की बिजाई की गई जिसमें बड़े अच्छे परिणाम मिले हैं। इस तकनीक के तहत बिना पराली जलाए तथा बिना सिचाई किए गेहूं की बिजाई कर सकते हैं। इससे लागत खर्चा तथा प्रदूषण कम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि केवीके की तरफ से चलाए जा रहे कोर्सों में गांव के नौजवानों तथा महिलाओं को भाग लेना चाहिए, जिससे की वह स्वयं रोजगार शुरू कर सकें। उन्होंने किसानों को जरूरत अनुसार खादों तथा कीटनाशकों का इस्तेमाल करने के लिए कहा।
डॉ. कर्मजीत शर्मा ने बताया कि हैप्पी सीडर से बीजी गेहूं में रिवायती ढंग से बीजी गेहूं से 60-70 प्रतिशत नदीन कम उगते हैं। इस कारण नदीन नाशकों ऊपर लागत को कम किया जा सकता है। हैपी सीडर की मदद से पराली में खुराकी तत्वों को दोबारा मिट्टी में मिला सकते है, जो पराली को आग लगाने से नष्ट हो जाते हैं। इसी तरह करने से मिट्टी की सेहत भी अच्छी बनी रहती है। जमीन में सफेद शोरा भी खत्म होता है। डॉ. चेतक बिश्नोई ने फलदार पौधों की काश्त तथा गर्म ऋतु में सब्जियों की काश्त संबंधी जानकारी दी। डॉ. बिश्नोई ने सबको सब्जियों की घरेलु बगीची बनाने के लिए प्रेरित किया। इस दौरान किसानों को, सब्जियों की किट, कद्दे जाति की बेल आदि दिया।