दो दिन की बारिश में डूबा शहर, डेंगू भी बरपा सकता है कहर
मोगा : मौसम विभाग के अलर्ट के बाद रविवार को मोगा में 80 एमएम से अधिक बारिश से शहर के कई इलाकों में जलभराव हो गया है। मेन जीटी रोड के किनारे बनी होदियों में भी बारिश का पानी जमा हो गया है, जिसके चलते जलभराव पर डेगूं का लारवा पैदा होना तय है, लेकिन जिला सेहत विभाग के पास डेंगू का लारवा नष्ट करने वाली दवाई तक नही है।
रोहित शर्मा, मोगा : मौसम विभाग के अलर्ट के बाद रविवार को मोगा में 80 एमएम से अधिक बारिश से शहर के कई इलाकों में जलभराव हो गया है। मेन जीटी रोड के किनारे बनी होदियों में भी बारिश का पानी जमा हो गया है, जिसके चलते जलभराव पर डेगूं का लारवा पैदा होना तय है, लेकिन जिला सेहत विभाग के पास डेंगू का लारवा नष्ट करने वाली दवाई तक नही है।
सिविल अस्पताल के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीते करीब एक माह से सेहत विभाग के पास डेंगू का लारवा नष्ट करने वाली पर्याप्त दवाइयां नही हैं। वहीं विभाग के पास महज एक बीटीआई एएस नामक दवा छह लीटर की मात्रा में है, लेकिन उक्त अकेली दवा डेंगू का लारवा नष्ट करने की क्षमता नहींी रखती है। इसके साथ टैमीफोस, पैरीपरोक्सीफिन और बीटीआई डब्लयूएस पाउडर समेत कई अन्य दवाइयां जरूरी होनी चाहिए। ऐसे में लोगों को डेंगू से बचाने के बड़े बड़े दावे करता आ रहा सेहत विभाग अगर जलभराव पर एक या दो दिन में दवा का छिड़काव नहीं करता डेंगू का डंक लोगों को लग सकता है।
गौर रहे कि इससे पहले जिले भर से डेंगू के चार मरीज सामने आ चुके हैं और पंजाब के आंकड़े की बात की जाए तो एक हजार से अधिक लोगों को डेंगू का डंक लग चुका है। लेकिन अब मोगा सेहत विभाग व निगम की अनदेखी मोगा वासियों पर भी भारी पड़ती दिखाई दे रही है। इन इलाकों में हुआ अधिक जलभराव
मोगा के गांधी रोड, मेन फिरोजपुर लुधियाना रोड, थाना सिटी वन के पास, सरकार नगर, बेअंत नगर, पहाड़ा ¨सह चौंक, बहोना चौक, साधा वाली बस्ती, इंद्रा कालोनी आदि में दो दिन की बारिश के बाद अधिक जल भराव हुआ है। सेहत विभाग को इस बारे में बाखूबी पता है लेकिन दवाई न होने के कारण चाहकर भी जलभराव पर दवा का छिड़काव नही किया जा रहा है। सेहत विभाग पर आसमानी आफत का खतरा
बता दें कि मौसम विभाग ने फिर से अलर्ट जारी कर दिया है कि आगामी दिनों में भारी बारिश होने की संभावना है, लोग नहरों व दरिया के किनारे जाने से भी गुरेज करें। मुख्यमंत्री कैप्टन अम¨रदर ¨सह ने जिले के डीसी को बाढ़ रोकू कार्यालय खोलने को कह दिया है और सरकारी अस्पतालों में भी दवाइयों के पुख्या इंतजाम करने को कहा गया है। इस अलर्ट के बाद से सेहत विभाग पर आसमानी आफत का खतरा और भी बढ़ गया है, क्योंकि बारिश के पानी से शहर में जलभराव होगा और पानी की निकासी न होने से बारिश के पानी पर डेंगू का लारवा पैदा होगा और शहर वासियों दिन प्रतिदिन डेंगू की चपेट में आते चले जाएंगे। राज्य अधिकारियों को भी बता चुकें हैं: लूंबा
सेहत विभाग में बतौर सुपरवाइजर म¨हद्रपाल लूंबा का कहना है कि डेंगू का लारवा नष्ट करने वाली दवाइयां खत्म होने संबंधी जिला स्तर समेत राज्य स्तर के अधिकारियों को भी अवगत करवाया जा चुका है, लेकिन पिछले कुछ दिनों से उनके पास पर्याप्त दवाईयां न होने के कारण थोड़ी समस्या पेश आ रही है। निगम नहीं निभा रहा अपनी जिम्मेदारी : अरोड़ा
एपडीमोलॉजिस्ट डॉक्टर मुनीश अरोड़ा का कहना है कि शहर में जलभराव पर पैदा होने वाले डेंगू के लारवे से निपटने के लिए उनके पास एक दवाई है, जिससे वह फिलहाल काम चला रहें हैं। उन कहा कि इस बार हो रही बारिश बेहद खतरनाक है और नगर निगम इस समय अपनी जिम्मेदारी नही निभा रहा है। उन कहा कि शहर में अभी तक निगम ने कितने इलाकों में फा¨गग करवाई है, यह सबको पता है। निगम की टीम कर रही सर्वे : कटारिया
चीफ सेनटरी इंस्पेक्टर संदीक कटारिया का कहना है कि बारिश के कारण दो दिन से फा¨गग नही हो पाई है। उन्हों कहा जलभराव वाली जगहों का निगम की टीम द्वारा सर्वे किया जा रहा है और निगम टीम खुद जलभराव पर डेंगू का लारवा नष्ट करने वाली दवा का छिड़काव करवा रही है। उन्होंने कहा कि अगर किसी व्यक्ति को लगता है कि किसी इलाके में जलभराव के कारण वहां डेंगू का लारवा पैदा हो सकता है तो उक्त व्यक्ति निगम में संपर्क कर सकता है, साथ के साथ उस जलभराव पर दवा का छिड़काव करवा दिया जाएगा।