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विनय शर्मा के सिर सजा भाजपा जिलाध्यक्ष का ताज

आखिरकार वही हुआ जिसकी उम्मीद थी। खुद को लोकतांत्रिक पार्टी कहने वाले भाजपा के जिलाध्यक्ष का नाम प्रदेश हाईकमान ने तय किया निवर्तमान जिलाध्यक्ष विनय शर्मा को ही पार्टी के जिलाध्यक्ष पद की कमान सौंप दी गई।

By JagranEdited By: Published: Sun, 29 Dec 2019 06:44 PM (IST)Updated: Mon, 30 Dec 2019 06:07 AM (IST)
विनय शर्मा के सिर सजा भाजपा जिलाध्यक्ष का ताज
विनय शर्मा के सिर सजा भाजपा जिलाध्यक्ष का ताज

जागरण संवाददाता, मोगा : आखिरकार वही हुआ जिसकी उम्मीद थी। खुद को लोकतांत्रिक पार्टी कहने वाले भाजपा के जिलाध्यक्ष का नाम प्रदेश हाईकमान ने तय किया, निवर्तमान जिलाध्यक्ष विनय शर्मा को ही पार्टी के जिलाध्यक्ष पद की कमान सौंप दी गई। इससे पहले जिलाध्यक्ष रहे त्रिलोचन सिंह गिल के बीच में पद छोड़ने के कारण विनय शर्मा की ये ताजपोशी दी गई थी, लेकिन इस बार उन्हें पूर्ण कार्यकाल के लिए जिलाध्यक्ष निर्वाचित घोषित किया गया। इसकी आशंका दैनिक जागरण ने 29 दिसंबर के अंक में पहले ही कर दी थी। विनय शर्मा का नाम 10 दिन पहले ही पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश राठौर की अध्यक्षता में हुई कोर कमेटी की बैठक में तय हो गया था। रविवार को हुई चुनाव प्रक्रिया महज औपचारिका ही थी, यही वजह थी कि जहां भाजपा जिलाध्यक्ष के चुनाव में सैकड़ों कायकर्ताओं की भीड़ जुटती थी, इस बार महज 225-30 लोगों की मौजूदगी में विनय शर्मा ने ये ताज पहना।

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पार्टी के जिला प्रभारी व व चुनाव अधिकारी प्रदेश कोषाध्यक्ष गुरदेव सिंह देवी की अध्यक्षता में होटल 4जी में बैठक शुरू हुई थी। चुनाव अधिकारी गुरदेव सिंह देवी ने चुनाव के लिए नामांकन करने वाले सभी पांचों दावेदारों विनय शर्मा, शमशेर सिंह कैैला, राकेश शर्मा, विजय शर्मा एवं केवल बराड़ को बुलाकर नसीहत दी कि सभी को पार्टी के साथ चलना है। इसके बाद उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं को बुलाकर विनय शर्मा को निर्वाचित घोषित कर दिया।

प्रत्याशी के नाम के प्रस्ताव व अनुमोदन की प्रक्रिया एक दिन पहली की मीटिग में ही कर ली गई थी। हालांकि शनिवार की बैठक में पहले दो ही मंडल प्रधान पहुंचे थे, एक मंडल प्रधान विक्की सितारा ने विनय शर्मा का नाम प्रस्तावित किया, दूसरे मंडल प्रधान रमन गांधी ने विजय शर्मा का नाम प्रस्तावित कर दिया। नाम मंडल प्रधान ही प्रस्तावित कर सकते थे, ऐसे में तीन दावेदारों के लिए कोई प्रस्तावक नहीं थे, ये मसला बैठक में उठा तो चुनाव अधिकारी को लगा कि चुनाव प्रक्रिया को चुनौती दी जा सकती है, जिसके चलते बाद में तीन अन्य मंडल अध्यक्षों को फोन करके बुलाया गया, उसके बाद चुनाव की सभी औपचारिकता पूरी की गई। रविवार को महज औपचारिकता पूरी कर नए जिलाध्यक्ष के नाम की घोषणा की गई।

इस संबंध में गुरदेव सिंह देवी से जब पूछा गया तो उन्होंने ये कहकर मामला टाल दिया कि चुनाव लोकतांत्रिक ढंग से हुए हैं, सभी की सहमति से विनय शर्मा को जिलाध्यक्ष पद पर निर्वाचित किया गया है। विनय शर्मा के निर्वाचन की घोषणा के बाद उन्होंने संबोधित करते हुए सभी का आभार व्यक्त किया। बाद में उनके निकटतम प्रतिद्वंदी माने जा रहे राकेश शर्मा को पार्टी के वरिष्ठ नेता मोहनलाल सेठी ने संबोधन के लिए आमंत्रित किया तो उन्होंने कहा कि आने वाला समय पंजाब में भाजपा के लिए चुनौती से भरा है, ऐसे में पार्टी को एकजुट होकर मजबूती से काम करना चाहिए। जिलाध्यक्ष के चुनाव से पहले जिले में 12 में से अभी सिर्फ छह मंडलों का गठन किया गया है। सातवें मंडल अध्यक्ष की नियुक्ति एक दिन पहले की की गई थी।

एक दिन पहले सीनियर डिप्टी मेयर अनिल बंसल को जिलाध्यक्ष पद के लिए उपयुक्त प्रत्याशी बताने वाले त्रिलोचन सिंह गिल खुद चुनाव प्रक्रिया में नहीं पहुंचे थे, हालांकि उनके न आने का कारण बीमारी बताया जा रहा है।


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