जलियावाला बाग में हुआ था भारत का सबसे बड़ा नरसंहार : रामगोपाल
स्थानीय शहीदी पार्क में वीरवार शाम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से करवाई गई श्रद्धाजलि सभा में युवाओं ने जलियावाला बाग के शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
संस, मोगा : स्थानीय शहीदी पार्क में वीरवार शाम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से करवाई गई श्रद्धाजलि सभा में युवाओं ने जलियावाला बाग के शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
इस दौरान हरियावल पंजाब अभियान के प्रमुख रामगोपाल ने कहा यह नरसंहार अंग्रेजों के मुंह पर लगी वह कालिख है जिसे वे कभी धो नहीं सकते। उन्होंने कहा की सारी दुनिया को मानव अधिकार सिखाने वाले तथा अपने को सभ्य कहलाने वाले अंग्रेजों ने उस दिन मानवता की हत्या कर अपनी असभ्यता का प्रदर्शन किया था ।
रामगोपाल ने कहा कि जिस पंजाब ने प्रथम विश्व युद्ध में 45 हजार पंजाबी सैनिकों का बलिदान दिया, 50 हवाई जहाज खरीदने के लिए धन दिया, दो करोड़ रुपये वार फंड में दिए, उस पंजाब को रॉलेट एक्ट के तहत न वकील, न दलील, न अपील के माध्यम से अंग्रेजो ने जेल खाना बना दिया था।
रामगोपाल ने याद दिलाया कि इस प्रकार के अत्याचारों के खिलाफ जहा सारा प्रांत डर गया था, वहीं दूसरी ओर ऊधम सिंह ने संकल्प लेकर इस हत्याकाड का बदला इंगलैंड जाकर लिया था। भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु समेत हजारों क्रातिकारियों ने इस घटना से प्रेरणा लेकर अपना जीवन देश को समर्पित कर दिया जिनके कारण अंग्रेजो को भारत छोड़कर भागना पड़ा । कार्यक्रम की अध्यक्षता दीप पब्लिक स्कूल के निदेशक प्रदीप पूरी ने की। इस अवसर पर सबने संकल्प लिया की जलियावाला बाग नरसंहार के शताब्दी वर्ष की जानकारी विद्यालयों मे देंगे।