Moga News: किन्नरों का शगुन अब निगम हाउस में होगा तय, शगुन के रूप में मांगी जा रही मोटी राशि
Moga News किन्नरों को बधाई के रूप में कितनी राशि देनी होगी ये नगर निगम हाउस की बैठक में तय होगा। शगुन के रूप में मांगी जा रही मोटी राशि न देने पर सामाजिक रूप से बेइज्जत किए जाने के मामले आए दिन पार्षदों के पास आ रहे थे।
मोगा, जागरण संवाददाता: किन्नरों के बेटे व बेटियों को जन्मदिन, शादी के मौके पर बधाई के रूप में कितनी राशि देनी होगी, ये नगर निगम हाउस की बैठक में तय होगा। इसके साथ शहर में सड़कों पर घूमते बेसहारा पशुओं व दूसरे राज्यों से भैसों व अन्य पशुओं को चराने वाले वाले लोगों पर अंकुश लगाने के लिए डीसी कुलवंत सिंह ने कमेटी बनाने का फैसला लिया है। ताकि ऐसे मामलों में तत्काल कार्रवाई की जा सके।
डिप्टी कमिश्नर ने दिया सुझाव
बता दें कि शहर में लगातार किन्नरों द्वारा शगुन के रूप में मांगी जा रही मोटी राशि और न देने पर सामाजिक रूप से बेइज्जत किए जाने के मामले आए दिन पार्षदों के पास आ रहे थे। इसके चलते खुद मेयर नीतिका भल्ला, शिरोमणि अकाली दल के पार्षद मंजीत धम्मू, गोवर्धन पोपली, विजय खुराना आदि के साथ डिप्टी कमिश्नर कुलवंत सिंह से मिलने गई थीं। डीसी के साथ शहर के तीनों ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा हुई।
इस दौरान डीसी कुलवंत सिंह ने बताया कि किन्नरों को बधाई राशि देने के मामले में वे सीधे कोई कार्रवाई नहीं कर सकते, जब उनकी पोस्टिंग पठानकोट में थी, तब वहां की नगर निगम ने किन्नरों की बधाई का प्रस्ताव पास किया था, जिसे प्रशासन ने लागू किया था, यहां पर हाउस में ये प्रस्ताव पास किया जाए तो प्रशासन उसे लागू कराने में मदद करेगा।
परेशान लोग कर रहे पार्षदों से शिकायत
मेयर नीतिका भल्ला ने बताया कि खुशी के मौके पर हर कोई व्यक्ति अपनी सामर्थ्य के अनुसार शगुन देना चाहता है। पार्षद लोगों की पहुंच में होते हैं। इसलिए परेशान लोग सीधे पार्षदों को फोन पर अपनी पीड़ा बताते हैं। पिछले कुछ समय में ये शिकायतें काफी संख्या में आई हैं।
इस संबंध में मोगा में किन्नरों की गुरु बाबी महंत से बात की तो पता चला कि बाबी महंत पहले ही पुलिस में शिकायत कर चुकी हैं कि बाहर से बड़ी संख्या में आकर किन्नर लोगों से बधाई ले जाते हैं, होशियारपुर आदि जिलों के किन्नर यहां आकर लोगों को परेशान कर रहे थे। बहरहाल डीसी के सुझाव पर मेयर नीतिका भल्ला ने हाउस में ये प्रस्ताव लाकर शगुन की दर तय करने का फैसला लिया है।
पशुओं के झुंड बन रहे हादसों का कारण
पूर्व पार्षद गोवर्धन पोपली ने बताया कि शहर में इन दिनों पशुओं के झुंड से भी लोग परेशान हैं। हाईवे पर दूसरे राज्यों से पशुओं को चराने आने वाले लोग पशुओं के झुंड लेकर चलते हैं, जिससे ट्रैफिक तो बाधित होता ही है, हादसों की भी संभावना बनी रहती है।
इस पर सख्ती से रोक लगनी चाहिए, हाईवे पर तो पशुओं के झुंड नहीं दिखने चाहिए, उन्होंने डीसी को पशुओं के चलते हुए झुंडों का फोटो भी दिखाया। डीसी ने इसे गंभीरता से लिया और जल्द कार्रवाई का भरोसा दिया है।