पौने सात करोड़ से नया म्युनिसिपल भवन अब स्टेडियम वाली जगह बनेगा
नगर निगम मुलाजिमों के विरोध के बाद आखिरकार निगम के अधिकारियों ने 676.75 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले नए म्युनिसिपल भवन के दूसरी जगह का चयन कर सरकार से मंजूरी ले ली है।
सत्येन ओझा, मोगा : नगर निगम मुलाजिमों के विरोध के बाद आखिरकार निगम के अधिकारियों ने 676.75 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले नए म्युनिसिपल भवन के दूसरी जगह का चयन कर सरकार से मंजूरी ले ली है। स्टेडियम वाली जगह में अब तिकोने आकार में बिल्डिग का निर्माण किया जाएगा। नए म्युनिसिपल भवन की तीसरी मंजिल पर विधानसभा भवन की तर्ज पर सभागार बनेगा। जन्म-मृत्यु दफ्तर वाली बिल्डिंग टूटेगी
निगम के सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर (बिल्डिंग एंड रोड्स) रंजीत सिंह ने बताया कि सरकार से मंजूरी मिल चुकी है, टेंडरिग प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। बोटनीकल गार्डन वाली जगह पर हाई कोर्ट से अनुमति लेने में काफी समय लग सकता था, जबकि बिल्डिंग इस समय निगम की बड़ी जरूरत है। अधिकारियों को बैठने तक की जगह नहीं है, ऐसे में निगम परिसर में ही दूसरी जगह पर बिल्डिंग का ड्राफ्ट तैयार होने के बाद उसे सरकार से मंजूरी भी मिल गई है। जगह शिफ्ट होने के बाद अब जहां मुलाजिमों के तीन साल के प्रयासों से तैयार हुआ बोटनीकल गार्डन बच जाएगा वहीं वर्तमान हाल एवं मेयर के दफ्तर वाली बिल्डिंग भी बच जाएगी। सिर्फ जन्म मृत्यु दफ्तर वाली बिल्डिंग ही ध्वस्त की जाएगी। तीसरी मंजिल पर बनेगा सभागार
बिल्डिग का जो नक्शा तैयार हुआ है, उसके अनुसार आने वाले 25 सालों की योजना के हिसाब से बिल्डिंग तैयार की जा रही है। निगम के सभागार में 80 पार्षदों के बैठने की क्षमता होगी। पब्लिक व प्रेस गैलरी अलग से बनेगी। अधिकारियों के बैठने का ब्लाक व मेयर की डाइस भी बनेगी। निगम की नई बिल्डिंग तैयार होने के बावजूद हेरिटेज बिल्डिग के साथ किसी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं की जाएगी। इस बिल्डिंग में वर्तमान में निगम कमिश्नर का दफ्तर है, उनके दफ्तर को नई बिल्डिग में शिफ्ट किया जाएगा, बिल्डिंग में कुछ और दफ्तर शिफ्ट कर दिए जाएंगे। आठ साल की मांग होगी पूरी
साल 2012 में अस्तित्व में आई नगर निगम में पहली बार निगम के चुनाव मार्च 2015 में हुए थे। उससे पहले ये मोगा ए ग्रेड नगर कौंसिल थी। निगम बनने के बाद से ही नई बिल्डिग की जरूरत महसूस की जा रही थी। विधायक डा. हरजोत कमल के प्रयास से आठ साल पुरानी ये मांग को जल्द पंख लगने की संभावना है। माना जा रहा है कि चुनाव आचार संहिता लागू होने से पहले ही बिल्डिंग की आधारशिला रख दी जाएगी। नए म्युनिसिपल भवन का ड्राफ्ट तो साल 2016 में ही तैयार हो गया था, लेकिन निगम हाउस में इसके लिए 676.75 लाख रुपये की राशि को इसी साल जुलाई में मंजूरी दी गई थी। नए म्युनिसिपल भवन के ग्राउंड फ्लोर पर क्लेरिकल स्टाफ, वाटर सीवरेज टैक्स आदि के दफ्तर होंगे, जबकि निगम कमिश्नर, मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर के दफ्तर पहली मंजिल पर बनेंगे।