एएसआइ ने झगड़े में गोली लगने की बात कहकर फैलाई सनसनी, निकला झूट
मोगा हमलावरों से युवक को बचाने गए सीआइए स्टाफ में तैनात एएसआइ को गोली लगने की सूचना से रविवार रात लगभग दस बजे गांव लंगेयाना में दहशत का माहौल बन गया था। पुलिस भी हरकत में आ गई थी। इसके बाद मोगा सिविल अस्पताल परिसर व गांव में बड़ी संख्या में पुलिस पहुंची थी। मगर घटना के 12 घंटे बाद ही सोमवार को थाना बाघापुराना पुलिस अपने ही विभाग के एएसआइ की इस दलील पर सहमत नहीं है कि मौके पर गोलियां चलीं थीं।
संवाद सहयोगी, मोगा
हमलावरों से युवक को बचाने गए सीआइए स्टाफ में तैनात एएसआइ को गोली लगने की सूचना से रविवार रात लगभग दस बजे गांव लंगेयाना में दहशत का माहौल बन गया था। पुलिस भी हरकत में आ गई थी। इसके बाद मोगा सिविल अस्पताल परिसर व गांव में बड़ी संख्या में पुलिस पहुंची थी। मगर, घटना के 12 घंटे बाद ही सोमवार को थाना बाघापुराना पुलिस अपने ही विभाग के एएसआइ की इस दलील पर सहमत नहीं है कि मौके पर गोलियां चलीं थीं।
थाना प्रभारी बाघापुराना हरमनजीत सिंह का कहना है कि इस बारे में अभी मामले की जांच चल रही है, लेकिन गोलियां चलने की बात गलत है। अभी तक कोई भी पक्ष शिकायत लेकर नहीं आया है, इसलिए कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
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यह है मामला
थाना बाघापुराना क्षेत्र के अंतर्गत गांव लंगेयाना में रविवार देर शाम एक युवक की पिटाई होते देख उसे बचाने पहुंचे थाना सीआइए स्टाफ मोगा में तैनात एएसआइ गुरबख्श पहुंचा। इस दौरान हमलावरों ने तीन राउंड फायर किए। इस पर एएसआइ ने भागकर जान बचाने का प्रयास किया। एएसआइ ने दावा किया था कि एक गोली उसके पैर के अंगूठे में लगने से वह लहूलुहान होकर गिर गिया। इसके बाद उसे सिविल अस्पताल मोगा में भर्ती कराया गया। वहीं सूत्रों के अनुसार पता चला है कि हमलावर पक्ष के लोग भी आइ10 कार से अस्पताल में भर्ती होने पहुंचे थे, लेकिन मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस को देखकर वहां वहां से भाग गए थे।
दूसरी ओर गोली चलने की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में थाना बाघापुराना व मोगा सीआइए स्टाफ की पुलिस गांव लंगेयाना पहुंची थी और हमलावरों की तलाश शुरू कर दी थी। वहीं रविवार देर रात सिविल अस्पताल में भी पुलिस तैनात कर दी थी।
सीआइए स्टाफ मोगा में तैनात एएसआइ गुरबख्श सिंह के अनुसार वह रविवार रात लगभग नौ बजे अपने घर में बेटे हरजिदर सिंह के साथ बैठा था। इसी दौरान बाहर से चीख-पुकार की आवाज आई, तो उसने हमलावरों का विरोध करते हुए युवक को उसके कब्जे से मुक्त कराने का प्रयास किया। इस पर हमलावरों ने उसके साथ मारपीट शुरू कर दी थी।
गुरबख्श सिंह का कहना है कि इस दौरान एक युवक ने उस पर फायर किया, जो उसके पैर के अंगूठे में लगी। हालांकि मेडिकल रिपोर्ट में एएसआइ की चोट सामान्य पाई गई, वह गोली लगने की चोट नहीं है।
घटना के बारे में बताया जा रहा है कि पिछले दिनों गांव लंगेयाना से एक बस श्री दरबार साहिब गई थी। उसमें गांव की सवार एक युवती के साथ रोड़े गांव के युवक ने छेड़छाड़ की थी। उसी का बदला लेने के लिए कुछ युवक एक कार में सवार होकर लंगेयाना पहुंचे थे। उन्होंने एक युवक का अपहरण कर उसकी पिटाई शुरू कर दी। पीटते-पीटते वे उसे एएसआइ गुरबख्श सिंह के घर के सामने तक ले आए। इस पर गुरबख्श सिंह के अनुसार जब उसने युवक को बचाने का प्रयास किया, तो हमलावरों ने उन पर ही गोली चलाई थी।