दूसरों के प्रति रखें प्रेम भावना : स्वामी सहज प्रकाश
संवाद सहयोगी, मोगा : दूसरों के प्रति सदा प्रेम की भावना रखें ताकि हमारा मानस जीवन सार्थक ह
संवाद सहयोगी, मोगा : दूसरों के प्रति सदा प्रेम की भावना रखें ताकि हमारा मानस जीवन सार्थक हो सके। यह प्रवचन गीता भवन मोगा में पूर्णमासी पर्व पर करवाए गए श्री सुंदर कांड एवं हनुमान चालीसा के पाठ में महामंडलेश्वर स्वामी सहज प्रकाश जी ने व्यक्त किए। स्वामी सहज प्रकाश ने कहा कि कलयुग के दौर में व्यक्ति पुरातन सभ्यता को भूलता जा रहा है जिस कारण दूसरों के प्रति प्रेम की भावना घट रही है। इस के लिए हमें प्रभु भक्ति की तरफ ध्यान लगाना चाहिए ताकि हमारा मन गलत विचारों की तरफ ना जाए।
उन्होंने कहा कि कलयुग में जो भी सच्चे मन से हनुमान जी की पूजा करता है हनुमान जी उसको मनवांछित फल प्रदान करते हैं। इस अवसर पर खुशवंत जोशी,बलदेव लूथरा, आरके सूद, पवन कुमार, राम रशपाल,म¨हदर ¨जदल, के अलावा अन्य उपस्थित थे। मेरे राम जी सहारा तेरा ले लिया ..
महिला संकीर्तन मंडल की मोहिनी ¨जदल एवं कांता बजाज ने मेरे राम जी सहारा तेरा ले लिया किरपा अपनी दे नाल मैनूं तार..,छम-छम नाचे वीर हनुमाना मेरी तुम संग आंख लगी मैं कब से खड़ी , बधाई बाजे रंग महल में डूबते को सहारा देने वाले मेरी नैया है तेरे हवाले आदि भजनों द्वारा अपनी हाजिरी लगवाई।