सिविल अस्पताल में उग रही है झाडि़यां व गंदगी बनी मच्छरों का पनाहगार
दूसरों को नसीहत खुद मीया फजीहत की कहावत इन दिनों मोगा के सिविल अस्पताल पर सटीक सिद्ध होती नजर आ रही है ।
राज कुमार राजू, मोगा :
दूसरों को नसीहत खुद मीया फजीहत की कहावत इन दिनों मोगा के सिविल अस्पताल पर सटीक सिद्ध होती नजर आ रही है । गर्मी व बारिश के मौसम में डेंगू व मलेरिया को लेकर लोगों को स्वच्छता का संदेश देने वाले सेहत विभाग के अस्पताल में उगी झाड़ियों के कारण सिविल अस्पताल में मच्छरों की भरमार होने जा रही है। जिससे मरीजों व तीमारदारों समेत अस्पताल स्टाफ को भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
खुद के गलियारे से करना होगा अभियान शुरू
कमल सच्चर, रूपिदर सिंह जोनी आदि ने कहा कि सरकार तथा विभाग ने अस्पताल के निर्माण पर तो करोड़ों रुपये खर्च कर दिए मगर इसमें इलाज करवाने से लोग आज भी गुरेज करते हैं। एक तो पहले ही अस्पताल में आने वाले लोगों को विभिन्न प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। अब वहां आने वाले लोगों समेत ड्यूटी पर तैनात स्टाफ को भी समस्या होने वाली है। बारिश के दिनों में सेहत विभाग की टीमें लोगों को डेंगू के लारवा को पैदा न होने की बात कहते हुए डेंगू व मलेरिया का लारवा मिलने पर चालान काटती है। लेकिन खुद के गलियारे में उगी घास, झाड़ियां जहां बीमारियों को और बढ़ावा दे सकती है। उनकी ओर कोई ध्यान नही है। उन्होंने कहा कि वैसे तो सिविल अस्पताल में करीब हर जगह गंदगी का आलम है।
पहले भी आ चुके है ऐसे कई मामले सामने
बता दें कि हर वर्ष डेंगू व मलेरिया के सीजन के दौरान जहां कई लोग पीड़ित होते है। वही गत वर्षों सेहत विभाग के कई अधिकारियों समेत कई स्टाफ के सदस्य डेंगू से पीड़ित हो गए थे। ऐसे में अस्पताल स्टाफ को चाहिए कि लोगों को जागरूक करने के साथ अपने आस पास पैदा होने वाले डेंगू के डंक को खत्म करना होगा ताकि लोगों को सेहत सेवाएं देने वाला स्टाफ डेंगू ,मलेरिया या अन्य बीमारियों से पीड़ित न हो सके।
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संबंधित विभाग को कहा है
सिविल सर्जन डॉक्टर अमरप्रीत कौर बाजवा ने कहा कि उन्होंने उक्त मामले को लेकर संबंधित विभाग को कह दिया है। आगामी दिनों समस्या का पहल के आधार पर हल हो जाएगा।