प्राचीन श्री सनातन धर्म शिव मंदिर में श्री रामायण कथा की पूर्णाहुति
। श्री सनातन धर्म मंदिर एवं इंस्टीट्यूशन प्रबंधक कमेटी द्वारा श्री सनातन धर्म प्राचीन शिव मंदिर प्रताप में संगीतमय श्री रामायण कथा की पूर्णाहुति के भव्य समागम के उपलक्ष्य
तरलोक नरूला, मोगा
श्री सनातन धर्म मंदिर एवं इंस्टीट्यूशन प्रबंधक कमेटी द्वारा श्री सनातन धर्म प्राचीन शिव मंदिर प्रताप में संगीतमय श्री रामायण कथा की पूर्णाहुति के भव्य समागम के उपलक्ष्य में महाआरती का आयोजन किया गया।
कथा के अंतिम दिन सोमवार की सायं श्री राम के अयोध्या वापसी की कथा के दौरान महाआरती में शामिल होने के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु अपने घरों से आरती का थाल सजाकर एक घंटा पहले ही पहुंच गए। भक्ति की त्रिवेणी बने सनातन धर्म मंदिर जैसे ही शंख के गूंजते स्वरों में वेदव्यास डा. प्रज्ञा भारती, पंडित पवन गौतम, अरुण शुक्ला ने आरती श्री रामायण जी की. का गायन किया, आरती के दीपों से मंदिर प्रांगण रोशन हो गया। हर व्यक्ति इस महाआरती में भगवान के प्रति समर्पित दिखा। सैकड़ों श्रद्धालुओं की मौजूदगी में प्राचीन शिव मंदिर अयोध्या नगरी बन गया। वेदव्यास डा. प्रज्ञा भारती ने कहा कि नौ दिन लगातार चली रामायण की कथा को समागम तक ही सीमित न रहने दें बल्कि इस पर अमल करे और साथ ही अपने घर में रोजाना रामायण का पाठ करें ताकि हमारे घरों में सुख शांति बनी रहे। उन्होंने कहा कि पश्चिमी सभ्यता के प्रसार के चलते हम अपनी हम अपनी पुरातन संस्कृति को पीछे छोड़ रहे हैं। हमें हमारी संस्कृति को तेजी से आगे बढ़ाने की जरूरत है। सनातन संस्कृति ही है जो हमें परिवार की तरह देखती है घरों में मर्यादा का माहौल पैदा करती है। उन्होंने आज तक मिलन था हमारा तुम्हारा, रही जिदगी तो मिलेंगे द्वारा, राम कथा को भूल न जाना हरि चरणों में मन को लगाना, राम जी के चरणों में सबका ठिकाना ., भजन से सबको भक्ति में डुबो दिया। समागम दौरान मंदिर कमेटी के मंदिर अशोक कुमार बांसल, अमन सिगला, शविदर पुरी, रविन्द्र गर्ग, अमित गुप्ता, दिव्यांश गुप्ता व अन्यों ने व्यास गद्दी की पूजा कर आशीर्वाद लिया।
मंदिर कमेटी के महामंत्री अशोक बांसल ने कहा की मंदिर कमेटी ने श्री रामायण के पाठ करवाने का जो संकल्प लिया था वो पूरा हुआ है। इसके लिए सभी बधाई के के पात्र हैं। सभी भक्तों के सहयोग तथा भगवान राम की कृपा से ही यह बड़ा आयोजन सफल हुआ है। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन मंदिर कमेटी द्वारा आगे भी जारी रहेंगे। समागम की समाप्ति पर सभी को प्रसाद वितरित किया गया।