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शिवसेना ठाकरे ने गायक जस्सी गिल व अभिनेत्री सुरभि का पुतला फूंका

। स्थानीय प्रताप रोड चौक पर शनिवार को शिवसेना बाल ठाकरे के जिलाध्यक्ष मंगत राम मंगा की अगुआई में पार्टी के कार्यकर्ताओं ने गायक जस्सी गिल व अभिनेता सुरभि सिंह का पुतला फूंका।

By JagranEdited By: Published: Sat, 25 Sep 2021 10:02 PM (IST)Updated: Sat, 25 Sep 2021 10:02 PM (IST)
शिवसेना ठाकरे ने गायक जस्सी गिल 
व अभिनेत्री  सुरभि का पुतला फूंका
शिवसेना ठाकरे ने गायक जस्सी गिल व अभिनेत्री सुरभि का पुतला फूंका

संवाद सहयोगी,मोगा

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स्थानीय प्रताप रोड चौक पर शनिवार को शिवसेना बाल ठाकरे के जिलाध्यक्ष मंगत राम मंगा की अगुआई में पार्टी के कार्यकर्ताओं ने गायक जस्सी गिल व अभिनेता सुरभि सिंह का पुतला फूंका।

जस्सी गिल की पंजाबी फिल्म मेरी मेरी सोनम गुप्ता बेवफा है, में चलते जगराते में एक गलत सीन दिखाकर हिदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई है, जिससे शिवसैनिकों में भारी रोष है। शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने प्रशासन से मांग की कि है गायक जस्सी गिल व अभिनेत्री सुरभि सिंह पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए तथा फिल्म की रिलीज पर पाबंदी लगाई जाए। इस मौके पर टीटू शर्मा सचिव पंजाब, अमर कुमार सोनू महासचिव पंजाब, रविदर शर्मा संयुक्त प्रैस सचिव, शरणजीत सिंह गिल, नरेन्द्र सिंह सोढ़ी उपाध्यक्ष, अशोक कुमार युवा सैना जिलाध्यक्ष, चरणजीत सिंह गिल देहाती अध्यक्ष, आजाद शर्मा उपाध्यक्ष, अर्जुन कुमार, मनदीप सिंह, साजन सिंह, टेक चंद, अंग्रेज सिंह आदि उपस्थित थे। संयुक्त अध्यापक फ्रंट ने फूंकाशिक्षा सचिव का पुतला संयुक्त अध्यापक फ्रंट के सदस्यों ने नेचर पार्क में शनिवार को शिक्षा सचिव की नीतियों के खिलाफ उनका प्रतीकात्मक पुतला फूंककर प्रदर्शन किया।

इस मौके पर संयुक्त अध्यापक फ्रंट तथा सांझा अध्यापक मोर्चा के प्रदेश नेता दिग्विजयपाल शर्मा और गुरप्रीत अम्मीवाला ने कहा कि शिक्षा सचिव की ओर से नेशनल अचीवमेंट सर्वे के तहत लिए जाने वाले नैस टेस्ट की तैयारी के नाम पर पाठ्यक्रम की अनदेखी करके छात्रों को असल शिक्षा से दूर किया जा रहा है। अध्यापकों को भी सिलेबस से दूर करके सिर्फ नैस टैस्ट की तैयारी के लिए मजबूर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार के प्रति अध्यापकों में रोष व्याप्त है। जिला नेता सुखपालजीत मोगा, जग वीरन कौर और कृष्ण प्रताप ने पंजाब सरकार से मांग की कि ऐसे अफसर को शिक्षा विभाग से जल्द बर्खास्त किया जाना चाहिए तथा राज्य की शिक्षा को बचाने के लिए उचित कदम उठाने चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षा सचिव नई शिक्षा नीति की आड़ में स्कूलों में आसामियों की छंटनी करने में लगे हैं। प्रश्न पत्रों का स्तर नीचे करके विद्यार्थियों की बौधिकता व प्रतिभा का नुकसान किया जा रहा है। नेताओं ने कहा कि अगर शिक्षा सचिव ने अपना रवैया नहीं बदला तो उनके खिलाफ राज्य स्तर पर संघर्ष शुरू किया जाएगा।


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