एसएफसी पब्लिक स्कूल में आनलाइन प्रतियोगिता करवाई
। गांव जलालाबाद स्थित एसएफसी पब्लिक स्कूल की ओर से श्री गुरु गोबिद सिंह जी के प्रकाशपर्व के उपलक्ष्य में विद्यार्थियों की आनलाइन भाषण प्रतियोगिता करवाई गई।
संवाद सहयोगी, मोगा
गांव जलालाबाद स्थित एसएफसी पब्लिक स्कूल की ओर से श्री गुरु गोबिद सिंह जी के प्रकाशपर्व के उपलक्ष्य में विद्यार्थियों की आनलाइन भाषण प्रतियोगिता करवाई गई। इसमें बच्चों ने चित्रकला के माध्यम से गुरु गोबिद सिंह जी के जीवन पर प्रकाश डाला। स्कूल के डायरेक्टर अभिषेक जिदल एवं शीनम जिदल ने सभी अध्यापकों और बच्चों को इस पावन पवित्र पर्व पर बधाई दी। विद्यार्थियों को बताया चिड़ियां कैसे भरती हैं उड़ान द लर्निंग फील्ड ए ग्लोबल स्कूल में विद्यार्थियों के लिए विशेष एक्टिविटी का आयोजन किया गया। इसमें बताया गया कि चिड़ियां किस प्रकार से आसमान में उड़ान भरती हैं और कैसे जमीन पर लौटती हैं।
प्रिसिपल सुनीता बाबू ने बताया कि स्कूल की ईवीएस टीचर कमलदीप कौर की ओर से इनसेक्ट्स एंड बर्ड्स पर आधारित करवाई गई एक्टीविटी में बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। टीचर कमलदीप कौर ने बच्चों को साइंस किट के माध्यम से लर्निग की ट्रेनिग दी।
विद्यार्थियों ने चिड़ियों की कलाकृतियां भी तैयार कीं। प्रिसिपल सुनीता बाबू ने कहा कि बच्चों के ज्ञान में वृद्धि के लिए इस प्रकार की एक्टीविटी का आयोजन किया जाता है। स्कूल के चेयरमैन इंजी. जनेश गर्ग ने स्टाफ की प्रशंसा की। राहगीरों के लिए लगाया कड़ी-चावल का लंगर मेन बजार में मोगा रोटी बैंक की ओर से राहगीरों के लिए कड़ी-चावल का लंगर लगाया गया। इससे पहले संस्था के समूह सदस्यों ने सरबत के भले के लिए अरदास की।
मोगा रोटी बैंक के अध्यक्ष रवि गुप्ता ने कहा कि मानवता की सेवा से बड़ी कोई सेवा नहीं है। पिछले वर्ष कोविड-19 महामारी के चलते बहुत से लोगों के रोजगार खत्म हो गए। ऐसे में उनकी संस्था द्वारा कोरोना काल में भी लगातार भंडारे लगाकर स्लम बस्तियों में जाकर जरूरतमंद लोगों तक खाना पहुंचाया गया। संस्था द्वारा पिछले दो महीने से लगातार सर्दी के मौसम में सुबह छह से सात बजे तक मेन बाजार में चाय का लंगर लगा रही है। ताकि जो दूसरे राज्यों के लोग सुबह मजदूरी के लिए घरों से निकलते हैं, वे चाय पीकर ठंड से राहत पा सकें। इस अवसर पर विजय मनचंदा, कमल गुप्ता, दिपांशु, सन्नी कपूर ,पवन गर्ग, सौरव मिगलानी, दीपक मिगलानी आदि उपस्थित थे।