तीन महीने से उफन रहा सीवरेज, गड्ढों के कारण जख्म दे रही जवाहर नगर की सड़क
। जवाहर नगर के गांधी रोड से लगती तीन नंबर गली में पिछले तीन महीने से सीवरेज का पानी उफन रहा है।
नेहा शर्मा.मोगा
जवाहर नगर के गांधी रोड से लगती तीन नंबर गली में पिछले तीन महीने से सीवरेज का पानी उफन रहा है। गली के प्रवेश करते ही सीवरेज का चैंबर ध्वस्त हो चुका है, उसमें से निकलकर सीवरेज का पानी गली में भर जाता है। लगातार सीवरेज भरे रहने के सड़कों में गहरे गड्ढे हो चुके हैं।
तीन दिन में दो महिलाएं गंभीर रूप से इन्हीं गड्ढों के कारण जख्मी हो चुकी हैं। इनमें से एक व्यवसायी की पत्नी किरण कंबोज की आंख में गहरा जख्म होने के बाद वह जालंधर के एक निजी अस्पताल में इलाज करा रही हैं। 90 दिन से जख्म दे रहा सीवरेज का पानी व खस्ताहाल सड़कों के मामले में अब तक स्थानीय लोग नगर निगम की आनलाइन वेबसाइट पर 20 से ज्यादा शिकायतें कर चुके हैं। पार्षद से लेकर विधायक तक हर किसी से इलाके के लोग गुहार लगा चुके हैं, लेकिन जनता को मिल रहे ये जख्म फिलहाल ठीक होते हुए नजर नहीं आ रहे हैं। यह है मामला
गांधी रोड से जवाहर नगर की तीन नंबर गली में प्रवेश करते ही पीपार्का सरसों तेल निर्माता कंपनी के बाहर सीवरेज का चैंबर करीब तीन महीने पहले ध्वस्त हुई था। उसके बाद से लगातार जवाहर नगर की सड़क पर सीवरेज का पानी जमा हो रहा है। बीच-बीच में से एक दो बार निगम के मुलाजिम आकर अस्थायी रूप से सीवरेज को खाली कर जाते हैं तो एक दो दिन ठीक रहता है, लेकिन इसके बाद फिर वही हालात हो जाते हैं। सीवरेज का गंदा पानी लगातार सड़क में भर जाने से दुर्गन्ध से तो लोगों को बुरा हाल है। सड़क में गहरे गड्ढे यहां से निकलने वालों को हर रोज जख्म दे रहे हैं।
जवाहर नगर गली नंबर-तीन के निवासी करण गुप्ता, व्यवसायी सनी बंसल और अध्यापक संदीप शर्मा ने बताया कि कहा कि गांधी रोड, रेलवे रोड को जवाहर नगर, गीता भवन को जोड़ने वाली तीन नंबर जवाहर नगर गली में दिन भर ट्रैफिक रहता है, लेकिन पिछले करीब 10 सालों से गली का मरम्मत नहीं की गई है। अब तीन महीने से सीवरेज की समस्या होने से खस्ताहाल सड़कों में गहरे गड्ढे बन चुके हैं। गली की मरम्मत के लिए पार्षद से लेकर विधायक के आफिस तक में गुहार लगा ली, निगम में कम से कम 10-15 शिकायतें दर्ज करा चुके हैं लेकिन समस्या का स्थायी समाधान अभी तक नहीं हो सका है। सड़क में गहरे गड्ढे होने के साथ ही कुछ हिस्से में सड़क की बजरी बिखर चुकी है, जिसमें से वाहन निकालते तक फिसलकर हादसा होने का भय बना रहता है।