बच्चों ने पानी बचाओ, हरियाली बढ़ाओ का दिया संदेश
डॉ. सैफुद्दीन किचलू पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल के बच्चों ने विश्व अर्थ दिवस के मौके पर पोस्टर कविता भाषण के माध्यम से रिड्यूज री यूज रिमूव री साइकिल रिफ्यूज के पांच सूत्र वाक्यों के माध्यम से पर्यावरण को सुरक्षित रखने का प्रभावी संदेश दिया।
जागरण संवाददाता, मोगा : डॉ. सैफुद्दीन किचलू पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल के बच्चों ने विश्व अर्थ दिवस के मौके पर पोस्टर, कविता, भाषण के माध्यम से रिड्यूज, री यूज, रिमूव, री साइकिल, रिफ्यूज के पांच सूत्र वाक्यों के माध्यम से पर्यावरण को सुरक्षित रखने का प्रभावी संदेश दिया। बच्चों ने बड़े ही मार्मिक अंदाज में डोनेट रेड, स्प्रीड ग्रीन, सेव ब्ल्यू के माध्यम से खून दान, हरियाली को बढ़ावा देने व पानी को बचाने का संदेश भी दिया। स्कूल के डीन मलकीत सिंह ने बताया कि अर्थ दिवस के मौके पर बच्चों को चौथी कक्षा से आठवीं कक्षा तक के बच्चों को सेव वाटर, सेव अर्थ, सेव इलेक्ट्रिसिटी फॉर बेटर टुमोरा, ग्रीन अर्थ, क्लीन अर्थ, ग्लोबल वार्मिंग, जल संकट, कीप का रिवर्स क्लीन एंड अर्थ एवरग्रीन विषय पर पोस्टर मेकिग व स्लोगन बनाने का टास्क दिया था। नौवीं से 12वीं कक्षा तक के बच्चों को फाइव आर-रिड्यूज, री यूज, रिमूव, री साइकिल, रिफ्यूज विषय पर भाषण अपलोड करना था, इसी प्रकार उन्हें अन्य विषय पर प्रदूषण की समस्या का समाधान बताते हुए अपना भाषण अपलोड करना था। डीन मलकीत सिंह ने बताया कि बड़ी संख्या में बच्चों ने दोनों ही ग्रुप में ऑनलाइन कंपटीशन में हिस्सा लेते हुए प्रदूषण की समस्या के समाधान के बेहतर तरीके बताए। बच्चों ने अपने भाषणों में वस्तुओं की रीसाइक्लिग, रीयूज और रिड्यूज विषय पर विस्तार से अपनी बात रखी। उन्होंने बताया कि कंपटीशन में बच्चों ने सिर्फ जीत के लिए ही भाग नहीं लिया, बल्कि जिस प्रकार के सॉल्यूशन उन्होंने दिए हैं, उससे साफ है कि भविष्य के प्रति बच्चे जागरूक हैं। डीन मलकीत सिंह ने बताया कि लॉक डाउन के दिनों में बच्चे जिस प्रकार से अपने घरों में रहते हुए सोल्यूशन दे रहे हैं वे इस समय का बेहतर उपयोग है, बच्चों के लिए भी उनके पेरेंट्स के लिए भी। यही इस प्रतियोगिता की बड़ी सफलता है।