गोपाल गोशाला मंदिर में किया श्री हनुमान जी का पूजन
। गोपाल गोशाला मंदिर में हनुमान जी की पूजा की गई और भजनों का गायन किया गया।
संवाद सहयोगी, मोगा
गोपाल गोशाला मंदिर में हनुमान जी की पूजा की गई और भजनों का गायन किया गया। पवन कौशिक ने कहा कि यदि कुछ जानने की चेष्टा की जाए तो हनुमान जी के जीवन को जानना अति आवश्यक है। हनुमान जी का पूरा जीवन भक्त और स्वामी तथा परोपकार करने वाले, सदैव दूसरों को समर्पित जीवन सभी का कल्याण करने वाले सब की रक्षा करने वाले, भक्त और स्वामी की मर्यादा को स्थापित करने वाले, स्वामी की भक्ति निस्वार्थ भाव तथा अपने स्वामी प्रभु राम की सदैव तत्पर रहकर के दिन रात सेवा के साथ-साथ हरि नाम संकीर्तन का गुणगान करने में लगाया। सेवा और सिमरन को सार्थक करने वाले हनुमान जी की उपासना करने वाले को हनुमान जी की कृपा, अष्ट सिद्धि नव निधि, उच्च विद्या, बल बुद्धि, प्रदान होती है। आज कलयुग में जो सप्त चिरंजीवी हैं उनमे मुख्य रूप से हनुमान जी प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष सभी की कामनाओं को पूर्ण करते आ रहे हैं। जहां-जहां प्रभु राम जी का गुणगान संकीर्तन किया जाता है वहां पर भी हनुमान जी किसी न किसी रूप में विराजमान जरूर होते हैं। और अपने सभी भक्तों की मनोकामना पूर्ण करते हैं। हनुमान जी अजर अमर है जब तक पृथ्वी पर राम नाम का गुणगान व राम की कथाओं का आयोजन होता रहेगा तब तक हनुमान जी इस कलयुग के संकटों से भक्तों की सदैव रक्षा करते रहेंगे। इस अवसर पर प्रधान चमन लाल गोयल, एसके बांसल, रमन गोयल हाजिर थे।
वृद्ध आश्रम का भूमिपूजन कर किया निर्माण कार्य आरंभ स्वामी अमरेश्वरा दास की अगुवाई में वृद्ध आश्रम एवं अनाथ आश्रम बनाया जा रहा है। जिसके उपलक्ष्य में भूमि पूजन का आयोजन किया। मंत्र उच्चारण के बीच स्वामी अमरेश्वरा दास ने भूमि पूजन करते हुए सरबत भले की कामना की। वृद्ध आश्रम का नींव पत्थर समाजसेवी एवं सीनियर एडवोकेट बोधराज मजीठिया ने रखा।
स्वामी अमरेश्वरा दास ने बताया कि मोगा लुधियाना रोड बरनाला बाईपास के नजदीक 12 मरले में वृद्धाश्रम एवं अनाथ आश्रम का शिलान्यास किया गया है। जिसका निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है जल्द ही यह वृद्धाश्रम एवं अनाथ आश्रम बनकर तैयार हो जाएगा। वृद्ध आश्रम में बुजुर्गों के रहने खाने-पीने के साथ-साथ दवाइयों की भी व्यवस्था की जाएगी।इस वृद्ध आश्रम में यह कोशिश रहेगी कि जो भी बुजुर्ग आश्रम में आकर रहे उनके बच्चों की आपस में काउंसलिग करवा कर बुजुर्गों को घर भेज दिया जाए ताकि किसी भी बुजुर्गों को अपने घर से वृद्ध आश्रम में ना रहना पड़े। इस स्थान पर अनाथ आश्रम भी बनाया जाएगा इसमें सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। इस आश्रम में मंदिर की भी स्थापना की जाएगी ताकि सुबह एवं साय लोग भक्ति से जुड़ सकें तथा प्रभु का नाम भी ले सकें। इस अवसर पर पूर्व पार्षद अश्वनी शर्मा मट्टू, नरिदर भारद्वाज, डा अजय कांसल, कर्ण धमीजा, पुनीत बांसल, साहिल, किशन, राम चन्द्र, पुरषोतम दास आदि उपस्थित थे।