आतंकवाद के खात्मे में आरएसएस की बड़ी भूमिका रही : रामगोपाल
। हरियावल पंजाब के प्रदेश संयोजक रामगोपाल ने रहस्योद्घाटन किया पंजाब में जब भी किसी भी प्रकार का संकट आता है तो देश भर में फैले राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के अधिकारी उस पर चितन करते हैं।
जागरण संवाददाता.मोगा
हरियावल पंजाब के प्रदेश संयोजक रामगोपाल ने रहस्योद्घाटन किया पंजाब में जब भी किसी भी प्रकार का संकट आता है, तो देश भर में फैले राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के अधिकारी उस पर चितन करते हैं। उस संकट को दूर करने की योजना बनाते हैं, पंजाब में जब आतंकवाद तेजी के साथ फैल रहा था, तब 1986 में संघ के देश के प्रचारकों की बैठक में ये फैसला लिया गया था कि पंजाब को देश से टूटने से बचाना है तो वहां संघ के काम को बढ़ाना पड़ेगा, क्योंकि पंजाब देश का सबसे अहम हिस्सा है, इसे टूटने नहीं देंगे। इसके लिए पंजाब में हर प्रदेश के प्रचारक काम करने जाएंगे।
हरियावल पंजाब के संयोजक रामगोपाल रविवार को शहीदी पार्क में शहीद स्मारक समिति तत्वाधान में मोगा के बलिदानियों के लिए आयोजित श्रद्धाजंलि सभा को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर बच्चों ने देश भक्ति पर आधारित कोरियोग्राफी प्रस्तुत की तो रिया गुप्ता ने बलिदानियों को याद करते हुए भावपूर्ण गीत प्रस्तुत किया। रामगोपाल ने कहा कि जिस समय 25 जून 1989 को मोगा में आतंकवादियों ने हमला किया था, उस समय यहां प्रचारक कर्नाटक के नागेश्वर राव थे। उनको भी गोलियां लगी थीं। हमले में 25 लोगों की जान गई थी, 31 घायल हुए थे। संघ विघटन में नहीं संघटन की बात करता है। राष्ट्र के गौरव की बात करता है, संघ की शाखाओं में राष्ट्र को गौरव प्रदान करने वाले कार्यकर्ताओं का निर्माण करने का काम करता है। देश को परम वैभव पर ले जाना है तो हर परिवार को सोचना होगा कि उनके परिवार का एक न एक सदस्य संघ की शाखा में जरूर जाए।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ पंजाब के सह संघ चालक व पंजाब टेक्नीकल यूनिवर्सिटी के पूर्व वाइस चांसलर डा.रजनीश अरोड़ा ने कहा कि दो प्रकार की ताकतें होती हैं एक मरने वालीं और एक मारने वालीं। जो मरने वाली ताकतें हैं उनका सोच होता है कि किसी भी जाति, धर्म के लोग हों, किसी भी संप्रदाय को मानने वाले हों, काले हों, गोरे हों, सब एक हैं, सबके खून का रंग लाल है, लेकिन मारने वाले लोग जातियों, धर्म, काले, गोरे रंग के आधार पर लोगों को देखते हैं लेकिन दिल में हमेशा मरने वाले बस जाते हैं, उन्हीं को पीढि़यां याद करती हैं, वही कौम को जिदा रखते हैं। आतंकियों ने जब ये हमला किया था तब उनका सोच 25 लोगों को मारने का नहीं था, देश भर में हिदू सिखों के बीच दरार पैदा करने का था,लेकिन मोगा की घटना ने देश को ही नहीं पूरी दुनिया को मानवता व हिदू-सिख एकता की ऐसी मिसाल पेश जो आतंकियों की बंदूकों से ज्यादा प्रभावशाली थी। आतंकवाद व आतंकवादी खत्म हो गए, लेकिन हिदू सिख एकता जिदा है। संघ इसी एकता, सौहार्द के लिए काम करता है, राष्ट्र के निर्माण के लिए काम करता है।
श्रद्धाजंलि सभा से पहले डा.रजनीश अरोड़ा, मुख्य अतिथि अमृतसर ग्रुप आफ कालेज के चेयरमैन अमित शर्मा, हरियावल पंजाब के प्रभारी रामगोपाल,रजिस्ट्रार लोकपाल चंडीगढ़ इन्द्रजीत कौशिक आदि सभी मेहमानों ने शहीद स्मारक पर मोगा के बलिदानियों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। मंच संचालन संघ चालक विजय कौशिल ने किया। मोगा पीड़ित सहायता व स्मारक समिति के चेयरमैन डा.राजेश पुरी ने इस सफल आयोजन के लिए सभी का आभार व्यक्त किया।