किताबें पढ़िए और पैसे कमाइए: पंजाब की पहली ऐसी लाइब्रेरी जहां आपको किताबें पढ़ने के पैसे मिलेंगे
पंजाब में एक ऐसी लाइब्रेरी खुली है जहां पर आपको किताबें पढ़ने के लिए पैसे मिलेंगे। जी हां यह बिल्कुल सच है। इस शानदार और अनूठी लाइब्रेरी को मोगा में स्थापित किया गया है। लाइब्रेरी की चर्चा पूरे प्रदेश में हो रही है।
मोगा, मनप्रीत सिंह मल्लेना। महाराजा रणजीत सिंह पुस्तकालय ने रणसिंह कलां की दुनिया भर से अनूठी पहल कर युवाओं को एक अच्छा संदेश देने की पहल की है. यह प्रदेश की इकलौती लाइब्रेरी है, जहां किताबें पढ़ने के पैसे मिलेंगे। गांव के युवा सरपंच प्रीत इंद्रपाल सिंह मिंटू ने 'किताबें पढ़ो, पैसा कमाओ' के लिए लकी ड्रॉ के जरिए लाइब्रेरी में रखी किताबों को पढ़ने का मौका दिया है।
सरपंच मिंटू ने पंजाबी जागरण से खास बातचीत के दौरान कहा कि हमने गांव के बच्चों, युवाओं और बड़ों को किताबों से जोड़ने का प्रयास किया है कि आप अपनी पसंद की किताबें लाइब्रेरी से ले जाकर पढ़ सकते हैं। साल में आपने दो, चार, दस, पंद्रह या जितनी भी किताबें पढ़ीं, इसका हम हिसाब रखेंगे। हर साल 31 मार्च को हम आपसे आपके द्वारा पढ़ी गई किताबों में से 10 लिखित प्रश्न पूछेंगे, जिनमें से सबसे सही उत्तर देने वाले 10 को उचित पुरस्कार दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि महाराजा रणजीत सिंह पुस्तकालय अब रोजाना शाम 5 से 7 बजे तक खुला रहेगा। इस दौरान आप वहां बैठकर किताबें पढ़ सकते हैं या लाइब्रेरी का सदस्य बनकर आप किताबें इश्यू करवाकर घर ले जा सकते हैं। सरपंच मिंटू ने यह भी कहा कि पुस्तकालय के खुलने का समय जल्द ही बढ़ाया जाएगा।
क्षेत्र में हो रही अनूठी पहल की चर्चा
इस अनोखे उपक्रम की चर्चा मोगा के रणसिंह कलां में बने महाराजा रणजीत सिंह पुस्तकालय में हो रही है। मशहूर साहित्यकार गुरदीप सिंह धालीवाल लोपों, गुरमीत कादियालवी और सुरजीत सिंह कौंके ने कहा कि शायद पंजाब में ऐसी कोई लाइब्रेरी नहीं होगी जहां लोगों को किताबें पढ़ने के पैसे मिल सकें। उन्होंने सरपंच मिंटू को बधाई दी और युवाओं व बच्चों को साहित्य से जोड़ने की अच्छी पहल के लिए उनकी सराहना की।
मिंटू की सोच के अनुरूप हर युवा आगे आए : डीसी
मोगा के डीसी कुलवंत सिंह ने सरपंच मिंटू की सूझबूझ की तारीफ की है। उन्होंने कहा है कि अगर पंजाब के युवा मिंटू की तरह आगे आएं तो बच्चों से लेकर युवाओं तक साहित्य से जुड़ेंगे और पंजाबियता बढ़ेगी। यहां बता दें कि मोगा से उपायुक्त कुलवंत सिंह खुद साहित्यकार हैं। उन्हें साहित्य से बेहद लगाव है।