दीयों से जगमग कर डॉ. मथुरादास की नगरी में अयोध्या की खुशियां उतारने को आतुर रामभक्त
मोगा डॉ. मथुरादास की नगरी (मोगा) के कई लोगों को मलाल है कि वे श्री राममंदिर आंदोलन के दौरान अयोध्या जाते समय अंबाला से आगे नहीं बढ़ सके थे। पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर वहीं रोक दिया था।
सत्येन ओझा, मोगा
डॉ. मथुरादास की नगरी (मोगा) के कई लोगों को मलाल है कि वे श्री राममंदिर आंदोलन के दौरान अयोध्या जाते समय अंबाला से आगे नहीं बढ़ सके थे। पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर वहीं रोक दिया था। अब जब रामजन्म भूमि के लिए पांच अगस्त (बुधवार) को भूमि पूजन एवं शिलान्यास होने वाला है, तो वे अपने ही शहर को अयोध्या की तरह दीपों से रोशन कर 28 साल पुरानी श्रीराम जन्मभूमि न पहुंच पाने वाली हसरत को शहर में पूरा कर लेने को आतुर हैं। शहर के मंदिरों को श्रीराम जन्मभूमि के भूमि पूजन से एक दिन पहले ही मंगलवार को भव्य ढंग से सजाना शुरू कर दिया गया है। बुधवार को शहर भर में दीपमाला करने के लिए मिट्टी के दीये कई समाजसेवी संस्थाएं बांट रही हैं, ताकि खुशियां दोहरी हो सकें। दीप बनाने वालों के घरों में भी खुशियां आ सकें और श्रीराम भक्तों का उत्साह भी कायम रह सके।
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दीपमाला कर करेंगे खुशी को महसूस
साल 1992 की यादों को ताजा करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता राकेश भल्ला ने बताया कि उस दौरान अयोध्या आंदोलन के तहत उन्होंने भाजपा नेता मोहनलाल सेठी व अन्य कार्यकर्ताओं के साथ अयोध्या के लिए कूच किया था। मगर, अंबाला पहुंचने पर वहां उन्हें पुलिस ने हिरासत में लेकर आगे नहीं बढ़ने दिया था। भले ही वे उस समय अयोध्या नहीं जा सके थे, लेकिन अब जब भगवान श्रीराम के मंदिर के लिए भूमि पूजन होने वाला है, तो वह इस खुशी के माहौल में उन दिनों की हसरत पूरी कर लेना चाहते हैं। पहले पुलिस का पहरा था, अब कोरोना की बाधा है। मगर, वह अपने ही शहर में दीपमाला कर अयोध्या व श्रीराम भक्तों की खुशी को यहीं पर महसूस कर लेना चाहते हैं।
युवा समाजसेवी वरुण भल्ला शहर के कई समाजसेवी संगठनों के साथ रूपरेखा तैयार कर शहर भर में बुधवार को दीपमाला करने की तैयारियों में जुट गए हैं। वह खुद राइट वे एयरलिक्स के एमडी देवप्रिय त्यागी, एनजीओ कोऑर्डिनेटर एसके बंसल आदि के साथ मिलकर शहर के विभिन्न बाजारों में जाकर लोगों को मिट्टी के दीये बांट रहे हैं। साथ ही लोगों को जागरूक कर रहे हैं कि खुशी के इस मौके पर न चाइनीज लड़ियां लगाएं और न मोमबत्तियां जलाएं बल्कि मिट्टी के दीये रोशन करें, ताकि खुशियां समाज के गरीब से गरीब लोगों के घरों में भी पहुंचे।
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मंदिर परिसर को दिया भव्य रूप
शहर के सबसे प्राचीन मंदिर शिवाला में युवा कथावाचक व कोरोना काल में लोगों के बीच में जाकर उन्हें जागरूक करने में अहम भूमिका निभाने वाले पं. श्रीम शर्मा शिवाला में अयोध्या की खुशियों को उतार देने के लिए आतुर दिखे। मंदिर में एक दिन पहले ही दीपमाला की जा रही है। पूरे मंदिर परिसर को भव्य स्वरूप दिया जा रहा है।
वहीं शहर के प्रमुख गीता भवन में स्वामी सहज प्रकाश के नेतृत्व में भगवान श्रीराम व लक्ष्मण के मूर्तियों को नई पोशाकें पहनाकर उन्हें आकर्षक ढंग से सजाया जा रहा है। यहां भी मंगलवार को दीपमाला कर सभी ने खुशियों को इजहार किया।
उधर, विश्व हिदू परिषद के जिलाध्यक्ष विजय अरोड़ा, विहिप के विभाग संयोजक ड़ॉ. सीमांत गर्ग ने बुधवार के मद्देनजर ारत माता मंदिर में भव्य दीपमाला करने की रूपरेखा तैयार की। मंदिर परिसर को भी भव्य स्वरूप दिया जा रहा है।