राधा व कृष्ण बन थिरकीं योग साधिकाएं, तो मस्ती में डूबा नेचर पार्क
शहर का प्रमुख नेचर वॉक शनिवार तड़के उस समय राधे-राधे के स्वरों से गूंज उठा जब योग शिक्षक व संगीतकार राजश्री शर्मा की योग कक्षा में आने वालीं योग साधिकाएं कृष्ण व राधा के स्वरूप में भक्ति संगीत के बीच श्री कृष्ण जन्मोत्सव की खुशी में थिरकती नजर आईं।
संवाद सूत्र, मोगा : शहर का प्रमुख नेचर वॉक शनिवार तड़के उस समय राधे-राधे के स्वरों से गूंज उठा जब योग शिक्षक व संगीतकार राजश्री शर्मा की योग कक्षा में आने वालीं योग साधिकाएं कृष्ण व राधा के स्वरूप में भक्ति संगीत के बीच श्री कृष्ण जन्मोत्सव की खुशी में थिरकती नजर आईं।
'राधे-राधे, स्वस्थ बना दे' ग्रुप की ओर से श्री कृष्ण जन्मष्टमी के मौके पर आयोजित कृष्ण जन्मोत्सव के लिए योग साधिकाएं कान्हा को बड़े ही मोहक अंदाज में घरों से सजाकर लाईं थीं। उनके भोग के लिए प्रसाद भी वे खुद बनाकर लाई थीं। खुले आसमान के नीचे प्रकृति के सान्निध्य में जब योग साधिकाएं श्री कान्हा के जन्म की खुशी में 'राधे-राधे जपो, चले आएंगे बिहारी', और चाही थी मदानी लै गया. जैसे भजनों की धुनों पर महिलाएं जब थिरकती नजर आईं तो नेचर वॉक का कण-कण कृष्ण भक्ति के स्वरों में गूंजता नजर आया। भक्ति, संगीत व आनंद की इस त्रिवेणी में योग साधिकाएं हीं डूबी नजर नहीं आईं, बल्कि हर रोज शहर भर के कई हजार की संख्या में पहुंचने वाले लोग भी इस मस्ती में खुद को डूबा महसूस कर रहे थे।
समारोह का शुभारंभ राधा चालीसा से किया। इस मौके पर योग शिक्षिका राजश्री शर्मा ने कहा कि राधा व कृष्ण एक ही स्वरूप हैं, इसलिए राधे का नाम पहले लिया जाता है। बाद में साधिकाएं घर से जो प्रसाद बनाकर लाईं थीं उससे लड्डू गोपाल का भोग लगाया। केक भी काटा गया। योग साधिका 14-15 साल की बच्चियों से लेकर 65 साल तक की महिलाओं की मस्ती देखते ही बनती थी। रिपी शर्मा का कहना है कि योग, संगीत के साथ उत्सव की मस्ती में अब जीवन में तनाव शब्द ही भूल गए हैं। इस मौके पर ममता मोंगा, रेणु मित्तल, रितु गोयल, सुनीता सिगला, मंजू शर्मा. रिद्धि शर्मा. सोनिका बेदी आदि मुख्य रूप से मौजूद थे।