दुष्कर्म प्रयास का मामला : पीड़ित स्टेट लेवल खिलाड़ी केघर पहुंची पुलिस
। दुष्कर्म में असफल रहने पर अपनी पहचान की छात्रा को 25 फीट ऊंचाई से पक्के फर्श पर धक्का देकर गिराने के मामले में पुलिस घटना के पांच दिन बाद भी किसी को गिरफ्तार करने में सफल नहीं हो सकी है।
जागरण संवाददाता.मोगा
दुष्कर्म में असफल रहने पर अपनी पहचान की छात्रा को 25 फीट ऊंचाई से पक्के फर्श पर धक्का देकर गिराने के मामले में पुलिस घटना के पांच दिन बाद भी किसी को गिरफ्तार करने में सफल नहीं हो सकी है, हालांकि कुछ युवकों को पुलिस ने हिरासत में लिया है, लेकिन आरोपित युवकों का सुराग नहीं लग सका है। पता चला है कि मुख्य आरोपित विदेश भागने की तैयारी में है।
पीड़ित छात्रा बास्केटबाल खिलाड़ी है, उसके जबड़े का पहला आपरेशन सफल नहीं हुआ, अब दोबारा आपरेशन होगा। उधर थाना सिटी-1 प्रभारी ने पीड़ित छात्रा के घर पहुंचकर उनका जाति प्रमाण पत्र हासिल किया, ताकि केस में अनुसूचित जाति अधिनियम की धारा जोड़ी जा सके। मुख्य आरोपित को जानती थी छात्रा
इस बीच में छात्रा के पिता ने स्वीकार किया है कि अब तक जो जानकारी उनके पास आई है, उसके अनुसार उनकी बेटी मुख्य आरोपित जतिन कंडा को जानती थी, जतिन ने ही फोन करके बेटी को स्टेडियम बुलाया था। छात्रा बास्केटबाल खिलाड़ी के रूप में अंडर-17 स्कूल खेलों में हिस्सा ले चुकी है। वह होनहार खिलाड़ी बताई जा रही है। पीड़ित छात्रा का पिता का कहना है कि अब तक बेटी के आपरेशनों में पांच लाख रुपये से ज्यादा खर्च कर दिया है, अभी तक उनकी मदद के लिए कोई नहीं आया है, लेकिन लड़के को बचाने के लिए उसकी बेटी को लेकर झूठी कहानियां बनाई जा रही हैं। आयोग से भाजपा ने लगाई सहायता की गुहार
उधर भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष विनय शर्मा ने अनुसूचित जाति से संबंधित होनहार बास्केटबाल खिलाड़ी के हक में आवाज बुलंद करते हुए राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष विजय सांपला को घटना की पूरी जानकारी देते हुए पीड़ित छात्रा की मदद की गुहार लगाई है। माना जा रहा है कि आयोग शुक्रवार को इस मामले में जिला प्रशासन को नोटिस जारी कर जवाब मांग सकता है।
इस बीच थाना सिटी-वन पुलिस ने शुक्रवार को स्टेडियम के निकट एक मकान से कुछ लोगों को हिरासत में लिया है, माना जा रहा है कि इस घटना के मुख्य आरोपितों के संबंध में हिरासत में लिए युवकों से पूछताछ की जा रही है। मुख्य आरोपित व उसके परिवार के लोगों के फोन भी दो दिन से स्विच आफ हो जाने के कारण उनकी लोकेशन नहीं मिल पा रही है, हालांकि अंतिम लोकेशन के आधार पर पुलिस आरोपितों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।