छोड़े गए नशा तस्करों को पुलिस ने फिर दबोचा, रिकवरी भी की
। एसएसपी गुलनीत खुराना की ओर से हाट स्पाट क्लीन मुहिम के नाम से नई रणनीति तैयार कर नशा तस्करों के खिलाफ जो अभियान छेड़ा गया है उसमें अब तक पिछले तीन दिन में पुलिस 21 नशा तस्करी के आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है।
जागरण संवाददाता.मोगा
नशा तस्करों पर अब पुलिस का शिकंजा कसने लगा है। एसएसपी गुलनीत खुराना की ओर से 'हाट स्पाट क्लीन मुहिम' के नाम से नई रणनीति तैयार कर नशा तस्करों के खिलाफ जो अभियान छेड़ा गया है, उसमें अब तक पिछले तीन दिन में पुलिस 21 नशा तस्करी के आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस ने रणनीति के तहत थाने से जिन लोगों को छोड़ दिया था, बाद में उन्हें दोबारा दबोच लिया और उनसे नशा सामग्री भी बरामद की है। दबोचे गए नशा तस्करी के आरोपितों में विक्की नामक युवक भी शामिल है, जिसकी तीन दिन पहले पुलिस ने चिट्टे की पुड़ियां बनाते हुए सीसीटीवी फोटो जारी की थी। डीएसपी सिटी को सौंपी जिम्मेदारी
एसएसपी खुराना ने शहर में नशा तस्करी के लिए बदनाम बस्तियों का हाट स्पाट के रूप में चयन कर वहां नई रणनीति के साथ डीएसपी सिटी जशनप्रीत सिंह को जो जिम्मेदारी सौंपी है, उसमें अब पुलिस के खास मुखबिर की रणनीति भी फेल होती नजर आ रही है। विश्वकर्मा नगर निवासी बड़ा तस्कर जो एक दिन पहले थाना साउथ सिटी में मोहल्ले के प्रधान के साथ मिलकर अपने साथियों को छुड़ाने के लिए पहुंचा था, पुलिस ने उसकी भी घेराबंदी शुरू कर दी है। जल्द ही वह भी पुलिस की गिरफ्त में हो सकता है। पुलिस की इस बदली हुई रणनीति के बाद थाना साधांवाली बस्ती के नशा तस्कर भूमिगत हो गए हैं। विक्की को भी पुलिस ने पहले 15 मई की शाम को उठाया था, उस समय उससे कोई रिकवरी नहीं हो सकी थी, बाद में उसे छोड़ दिया था। लेकिन सिविल ड्रेस में पुलिस कर्मी उसकी हर गतिविधि पर नजर रखे हुए थे। मंगलवार की शाम को उसे गिरफ्तार कर लिया है। उसके खिलाफ केस भी दर्ज किया गया है। पता चला है कि उसकी निशानदेही पर पुलिस देर शाम तक नशा सामग्री बरामद करने का प्रयास कर रही थी। विक्की के पकड़े जाने की पुष्टि डीएसपी सिटी जशनप्रीत सिंह ने की है। विक्की के साथ एक अन्य बबली, गोरा, मिटी, वरिदर, अर्शप्रीत सिंह, लखबीर सिंह, शीतल सिंह, महेन्द्र पाल, गुरप्रीत सिंह, मनी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पहले छोड़कर फिर उन्हें नशा सामग्री के साथ दबोचने की पुलिस की अपनाई रणनीति से अब साधांवाली बस्ती के नशा तस्करों में इस कदर खौफ पैदा हो गया है कि मंगलवार को बस्ती में बेखौफ कुर्सियां बिछाकर नशा सामग्री बेचने वाले भूमिगत दिखे। नशे से बनाई प्रापर्टी पर चलेगा पुलिस का बुलडोजर
विश्वकर्मा निवासी एक बड़ा तस्कर जिसने कुछ ही समय में कई करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित कर ली है, वह एक दिन पहले अपने साथियों को छुड़ाने के लिए बस्ती के प्रधान के साथ थाना साउथ सिटी में मौजूद था। पुलिस की बदली रणनीति के बाद अब वह खुद फरार है। इस बीच पुलिस ने ये रणनीति भी बनानी शुरू कर दी है, जो लोग पकड़े जा रहे हैं, उनकी प्रापर्टी का ब्यौरा इकट्ठा किया जा रहा है, ताकि नशा तस्करी की कमाई से बनाई प्रापर्टी को ध्वस्त किया जा सके। साधांवाली बस्ती को सील करने के बाद पुलिस ने क्षेत्रीय लोगों को ये संदेश भी भिजवा दिया है कि नशे से बनी प्रापर्टी पर जल्द बुलडोजर चलाकर उसे ध्वस्त किया जाएगा। साधांवाली बस्ती के बाद अब इंदिरा कालोनी निशाने पर
साधांवाली बस्ती में अभियान की सफलता के बाद अब पुलिस का अगला निशाना इंदिरा कालोनी है, उसके बाद लंडेके की एमपी बस्ती में पुलिस का ये आपरेशन चलेगा। पुलिस ने इन सभी चयनित हाट स्पाट की पूरी जन्मपत्री तैयार कर ली है, ताकि एक-एक हाट स्टाप पर बड़े स्तर पर कार्रवाई कर उन्हें नशा तस्करी से मुक्त किया जा सके। साधांवाली बस्ती में पुलिस ने मंगलवार की दोपहर के बाद कुछ लोगों को नशा लेने भेजा था, लेकिन कोई भी नशा सामग्री देने को तैयार नहीं था, क्योंकि सोमवार की रात से मंगलवार की सुबह तक पुलिस ने जिन्हें छोड़ा था, उन्हीं को नशा सामग्री के साथ दबोच लिया। हालांकि आधिकारिक रूप से पुलिस इस मामले में बुधवार को बताएगी कि कुल कितनी रिकवरी हुई है, लेकिन मंगलवार देर शाम तक गिरफ्तार आरोपितों की संख्या 21 पहुंच चुकी थी।