पंचगव्य प्रोडक्ट प्रदर्शनी में लोगों ने दिखाया उत्साह
मोगा कोरोना के वैश्विक संकट ने किस कदर लोगों को भारतीय संस्कृति व परिवेश में लौटने के लिए प्रेरित किया है इसका नजारा सोमवार को शहीदी पार्क के हॉल में पंचगव्य (गाय के गोबर मूत्र) आदि से बने प्रोडक्ट की प्रदर्शनी में देखने को मिला। गुजरात बठिडा व अबोहर में पंचगव्य से तैयार किए गए प्रोडक्ट प्रदर्शनी में हाथोंहाथ बिक गए।
जागरण संवाददाता, मोगा
कोरोना के वैश्विक संकट ने किस कदर लोगों को भारतीय संस्कृति व परिवेश में लौटने के लिए प्रेरित किया है, इसका नजारा सोमवार को शहीदी पार्क के हॉल में पंचगव्य (गाय के गोबर मूत्र) आदि से बने प्रोडक्ट की प्रदर्शनी में देखने को मिला। गुजरात, बठिडा व अबोहर में पंचगव्य से तैयार किए गए प्रोडक्ट प्रदर्शनी में हाथोंहाथ बिक गए। वहीं गुजरात से मंगाया गया देसी गाय का घी दोपहर एक बजे ही खत्म हो गया, जबकि प्रदर्शनी शाम को आठ बजे तक लगी है।
इस बारे में प्रदर्शनी लगाने वाली सीनियर सिटीजन कमलेश कौशिक ने बताया कि आत्मनिर्भर भारत व पंचगव्य से तैयार किए गए सामान के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से प्रदर्शनी लगाई गई थी। लोग इस बात के लिए जागरूक हो सकें कि गाय के गोबर, मूत्र आदि से बनने वाले प्रोडक्ट किस प्रकार से न सिर्फ शरीर को स्वस्थ बनाते हैं, बल्कि पूरे वातावरण को स्वच्छ रखते हैं। कोरोना काल में लोगों की इम्युनिटी बढ़ाने में ये सभी प्रोडक्ट रामबाण साबित हुए हैं।
प्रदर्शनी में एलोवीरा साबुन, गुलाब साबुन, नीम साबुन, मुल्तानी साबुन, नीम हल्दी फेस जैल, गौ घृत एलोवीरा जैल, हेयर ऑयल, हैंड वॉश, तत्कारिष्ट, दर्द निवारक तेल, हर्बल शैंपू, गिलोय गोधन अर्क, दंत मंजन, घृत नास्या, गो घृत बाम, कौण धूप, गो कुंड व सटिक धूप प्रदर्शित किए गए थे। जिसमें देसी गाय का घी व गो कुंड की डिमांड सबसे ज्यादा रही। गो कुंड छोटे-छोटे गाय के गोबर से तैयार किए गए हैं, उसमें वो सब सामग्री है जो हवन कुंड में प्रयोग होती है। इसे घर में जलाने पर उसी तरह से वातावरण शुद्ध होता ह,ै जिस प्रकार से हवन से होता है।
इस मौके पर पंजाब गोसेवा प्रमुख व भारतीय गो रक्षा के सह प्रमुख चन्द्रकांत भी मौजूद थे। वह लोगों को पंचगव्य के महत्व की जानकारी दे रहे थे। उनके साथ नवजोत कौशिक, तरुण कुमार आदि उपस्थित थे। गोपाल गोशाला के सलाहकार एसके बंसल ने भी प्रदर्शनी का अवलोकन किया।