विकास कार्य रोकने पर गांधी रोड के लोगों ने किया प्रदर्शन
शहर में चल रहे विकास कार्यों पर अचानक ब्रेक लग जाने से जनाक्रोश भड़कने लगा है। 92 लाख रुपये की लागत से होने वाले कामों को बीच में ही रोक दिए जाने से नाराज गांधी रोड क्षेत्र के लोग जहां सड़कों पर आ गए
जागरण संवाददाता, मोगा : शहर में चल रहे विकास कार्यों पर अचानक ब्रेक लग जाने से जनाक्रोश भड़कने लगा है। 92 लाख रुपये की लागत से होने वाले कामों को बीच में ही रोक दिए जाने से नाराज गांधी रोड क्षेत्र के लोग जहां सड़कों पर आ गए तो वहीं नगर निगम के वरिष्ठ पार्षद वीरभान दानव ने नगर निगम के अकाउंट विभाग के रिकॉर्ड दिखाते हुए सरकार कहा कि निगम के पास लगभग 25 करोड़ से ज्यादा की एफडी हैं, जबकि लगभग 10 करोड़ के करीब बैलेंस हैं, ऐसे में कांग्रेस सरकार जबाव दे कि मोगा में संकट नगर निगम में कांग्रेस की सत्ता न होने का है या आर्थिक संकट है?।
92 लाख रुपये की लागत से शुरू हुए गांधी रोड पर 43 लाख रुपये की लागत से सड़क के दोनों ओर इंटरलॉकिग टाइल्स लगनी थीं, जबकि 45 लाख रुपये से गांधी रोड से जुड़ने वाली गलियों का निर्माण होना था, जिससे शहर के लोगों को बड़ी राहत मिलती, लेकिन अचानक काम रुकवा दिया गया।
गांधी रोड क्षेत्र के व्यवसायी रजनीश लक्की, नवीन सिगला, राजेंद्र सिगला, हेमंत हांडा आदि ने कहा है कि 10 साल बाद गांधी रोड पर मरम्मत का काम शुरू हुआ था, उस काम को रुकवा कर जनता की समस्या और बढ़ा दी है, काम उस स्थिति में रुकवाया गया है, जबकि मरम्मत कार्य के चलते पूरी सड़क खुदवा दी गई है, जिससे अब तो यहां से निकलना मुश्किल है। इस सड़क के लिए सरकार के खजाने से राशि नहीं आनी थी, निगम को खर्च करनी थी, ऐसे में निर्माण रुकवाना जनता के साथ खिलवाड़ है।
व्यवसायी सुखमंदर सिंह, मनीष बेरी, सुनील सिगला, राजेन्द्र कुमार का कहना है कि जो सड़क जनता द्वारा दिए जाने वाले प्रॉपर्टी व अन्य टैक्स की राशि से बनाई जा रही है, उसे रोकने का पंजाब सरकार का क्या हक है।
निगम के वरिष्ठ पार्षद एवं भावाधस के प्रदेश अध्यक्ष वीरभान दानव का आरोप है कि कांग्रेस के नेता लोगों में भ्रम पैदा करके किसी न किसी तरह निगम की सत्ता हासिल करना चाहते हैं। उन्होंने कांग्रेस नेताओं से सवाल किए कि एक साल पहले निगम को 100 करोड़ रुपये देने का जो दावा किया था वो पैसे कहां हैं? शहर के मेन बाजार की खस्ताहाल सड़क के लिए सरकार का खजाना खाली होने का ढिढोरा पीटना शुरू किया था तो निगम ने अपने खर्च पर पीडब्ल्यूडी की सड़क को मरम्मत करने का प्रस्ताव सदन में पास करके सरकार को भेजा था, फिर क्यों नहीं पीडब्ल्यूडी की सड़क निगम के हैंडओवर की? पक्षपात को लेकर हुआ काम बंद
वार्ड पार्षद कमलेश रानी गर्ग ने बताया कि पक्षपात के कारण गांधी रोड का काम बंद करवा दिया गया है। उन्होंने कहा कि विधान सभा कमेटी के सदस्यों ने मैटीरियल को सही नही बताया, लेकिन अभी तो काम चालू ही नहीं हुआ था। मामला निगम कमिश्नर के ध्यान में लाया गया है। मैटीरियल का सैंपल भेजा जा चुका है आने वाले दिनों में काम चालू करवाने का प्रयास किया जाएगा।