प्राइमरी स्कूल में बच्चों के लिए न साबुन न सेनिटाइजर
कोरोना वायरस को लेकर जहां देशभर में दहशत का माहौल है वहीं सरकार की ओर से 31 मार्च तक स्कूल कॉलेज व जिम मॉल बंद रखने के आदेश दिए गए हैं
संस, मोगा : कोरोना वायरस को लेकर जहां देशभर में दहशत का माहौल है वहीं सरकार की ओर से 31 मार्च तक स्कूल, कॉलेज व जिम, मॉल बंद रखने के आदेश दिए गए हैं, लेकिन अकालसर रोड पर शिक्षा विभाग ही प्रशासन के आदेशों का उल्लंघन कर रहा है। अकालसर रोड पर वीरवार को खुले सरकारी प्राइमरी स्कूल में 273 में से 85 बच्चे उपस्थित थे और सभी बच्चे को मिड-डे मिल का खाना खा रहे थे, लेकिन स्कूल में बच्चों के लिए न तो किसी भी प्रकार के सेनिटाइजर की व्यवस्था थी और न ही साबुन की। बच्चे पानी से हाथ धोकर ही मिड-डे मील खा रहे थे और खाने के बाद पानी से हाथ धो रहे थे। स्कूल में डीईओ नेक सिंह भी मौजूद थे।
स्कूल में मौजूद बच्चों को कोरोना वायरस के बारे में पूछा गया तो बच्चों ने कहा कि अंकल जी सानू तां कोरोना बारे पता ही नहीं। सानूं तां स्कूल विच हथ धोन लई साबुन वी नहीं मिलदा। वह बिना साबुन के ही खाना खाने से पहले व बाद पानी से हाथ धो लेते है। स्कूल में बच्चों को लेने आए अभिभावकों का कहना है कि वह गरीब हैं। इसी कारण बच्चों को सरकारी प्राइमरी स्कूल में पढ़ा रहे हैं, लेकिन शिक्षा विभाग को बच्चों की परवाह नहीं है।
सरकार के आदेश नहीं मान रहा स्कूल स्टाफ : अभिभावक
स्कूल में बच्चों को लेने आई राज कौर ,जसवीर कौर, लक्ष्मी जसप्रीत कौर आदि ने कहा कि सरकारी प्राइमरी स्कूल का स्टाफ सरकार के आदेशों का उल्लंघन कर जहां बच्चों को छुट्टी न करके रोजाना ही स्कूल बुला रहा है, वहीं बिना हाथ धुलाए मिड-डे मील खिलाया जा रहा है। स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को लेने आए रोमी ने कहा कि का कहना था कि सरकार द्वारा जहां कोरोना वायरस को लेकर जागरूक किया जा रहा है, वहीं सभी सरकारी व गैर सरकारी संस्थानों को बंद करने के साथ-साथ ज्यादा भीड़ करने पर भी प्रतिबंध लगाया गया है, लेकिन अकालसर रोड स्थित सरकारी प्राइमरी स्कूल में सरकारी नियमों की अनदेखी की जा रही है। नेशनल अचीवमेंट सर्वे स्कीम के कारण खोला गया था, खत्म हो गया है साबुन
स्कूल में उपस्थित डीईओ नेक सिंह ने कहा कि उनके द्वारा विभाग के आदेशों की पालना की जा रही है ,ऐसे में सरकार की स्कीम के अधीन कुछ स्कूलों का चुनाव किया गया है, जिसमें नेशनल अचीवमेंट सर्वे स्कीम चलाई हुई है। ऐसे में 50 स्कूल मोगा और 50 फिरोजपुर के हैं ,जिनको सरकार द्वारा बहुत सी सुविधाएं मिलेंगी जिसको लेकर बच्चों को बुलाया जाता है, ताकि अपनी रिपोर्ट बनाकर वह विभाग को भेजे। स्कूल में बच्चों के हाथ साबुन पहले उपलब्ध रहते थे। लेकिन वायरस को लेकर समाप्त हो गए है। उनके बारे में विभाग को चेताया गया है। डीसी बोले-होगी जांच
डीसी कुमार सोरव राज ने कहा कि उक्त मामला उनके ध्यान में अभी आया है। जिसको लेकर वह इस मामले को पहल के आधार पर देखेगें ताकि किसी बच्चें को कोई समस्या पैदा न हो।