Move to Jagran APP

राज्य का दूसरा खुले में शौचमुक्त शहर बना मोगा

मोगा : मोगा नगर निगम द्वारा जहां शहर के सभी 50 वार्डों को खुले में शौच मुक्त घोषित किया जा चुका है, वहीं अब केंद्र सरकार की टीम ने नगर निगम की इस घोषणा पर मोहर लगाते हुए मोगा को राज्य में दूसरा खुले में शौच मुक्त शहर घोषित किया है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Sep 2018 05:38 PM (IST)Updated: Tue, 18 Sep 2018 05:38 PM (IST)
राज्य का दूसरा खुले में शौचमुक्त शहर बना मोगा
राज्य का दूसरा खुले में शौचमुक्त शहर बना मोगा

संवाद सहयोगी, मोगा : मोगा नगर निगम द्वारा जहां शहर के सभी 50 वार्डों को खुले में शौच मुक्त घोषित किया जा चुका है, वहीं अब केंद्र सरकार की टीम ने नगर निगम की इस घोषणा पर मोहर लगाते हुए मोगा को राज्य में दूसरा खुले में शौच मुक्त शहर घोषित किया है।

loksabha election banner

गौर रहे कि बीते साल से लेकर अभी तक विभिन्न चार चरणों में मोगा निगम अपने सभी 50 वार्डों को खुले में शौचमुक्त घोषित कर चुका है, जिसको केंद्र सरकार की टीम ने क्लीन चिट देते हुए मोगा निगम को पंजाब का दूसरा शौचमुक्त निगम होने का खिताब दिया है। वहीं केंद्र सरकार की टीम द्वारा किए गए सर्वेक्षण के बाद ब¨ठडा को राज्य का पहला शौच मुक्त शहर ऐलाना गया है। बता दें कि निगम निगम द्वारा खुले में शौच मुक्त अभियान को लेकर जहां मोहल्लों में जाकर सेमिनार के जरिए लोगों को अवेयर किया गया, वहीं निगम ने हरेक वार्ड के प्रतिष्ठित लोगों को अपने साथ जागरुकता अभियान के साथ जोड़ते हुए उनसे फीडबैक इकट्ठा करता रहा और इसी के आधार पर कई तरह की कमियों को निगम द्वारा दूर किया गया। छोटे छोटे प्रयासों ने दिलाई कामयाबी

नगर निगम के छोटे छोटे प्रयासों ने मोगा को खुले में शौच मुक्त करने में कामयाबी दिलाई है। नगर निगम के चीफ सेनटरी इंस्पेक्टर संदीप कटारिया का कहना है कि जिन लोगों ने अपने सीवरेज कनेक्शन को नालियों में फेंक रखा था, उन्हें नए कनेक्शन सीवरेज लाइनों में लेने को जागरूक किया गया। इसके अलावा निगम ने शहर को खुले शौचमुक्त बनाने के लिए पेट्रोल पंपों पर स्थापित शौचालयों को आम लोगों के लिए प्रयोग किए जाना आसान बनाया और साथ ही पेट्रोल पंपों के आसपास शौचालयों के लिए संकेत चिन्ह स्थापित किए। इसके साथ ही शहर के सभी 14 सार्वजनिक शौचालयों को निजी संस्थाओं की सहायता से साफ करवाने के बाद उनकी देखरेख की जिम्मेदारी समाज सेवी संस्थाओं के हवाले की। निगम के अधिकार क्षेत्र में स्थित सभी स्कूलों में सैनीटेशन टीमों का गठन किया गया। शहर के कुल 56 सैकेंडरी प्वाइंट को कम कर उनकी संख्या को 45 तक लाया गया, ताकि शहर में कचरे को बिखरने से रोका जा सके।

टीम ने 9 जगहों पर किया सर्वेक्षण

अधिकारिक जानकारी के अनुसार टीम द्वारा शहर में 9 जगहों पर सर्वेक्षण किया गया। इस दौरान टीम ने प्रीत नगर बाइपास, बरकत सिधु वाली बस्ती, संत नगर, गो¨बदगढ़ बस्ती, मेन बाजार, पुरानी दानामंडी, सैकर्ड हार्ट स्कूल, सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूल मेन बाजार का इलाका और बस स्टैंड दशमेश नगर का इलाका चैक किया, जो कि वाक्य में ही खुले में शौच मुक्त पाया गया। एक लाख 63 हजार 397 लोगों की आबादी वाले मोगा शहर में 14 सार्वजानिक शौचालय और पांच कम्यूनिटी शौचालय भी साफ पाए गए। 11 मुलाजिमों की टीम ने डोर टू डोर किया जागरूक

नगर निगम के चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर संदीप कटारिया का कहना है कि स्वच्छता सर्वेक्षण में मोगा रैं¨कग पहले से काफी सुधरी है। शहर में 11 मुलाजिम जिनमें दो कम्यूनिटी फेस्लीटेटर और 9 मोटीवेटर शामिल हैं, की टीम लोगों को घर घर जाकर स्वच्छता एप के प्रयोग संबंधी, खुले में शौच न जाने, गीला व सूखा कूड़ा अलग अलग रखने और प्लासटिक प्रयोग न करने आदि के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.