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बैसाखी पर सफाई सेवकों की हड़ताल, शहर में लगे कूड़े के ढेर

डोर-टू डोर कचरा कलेक्शन को लेकर निगम कमिश्नर ने सख्ती की तो सफाई सेवकों ने हड़ताल कर दी बैसाखी जैसे पवित्र त्योहार के दिन शहर के बाजारों में दिन भर कूड़े के ढेर लगे रहे।

By JagranEdited By: Published: Tue, 13 Apr 2021 11:25 PM (IST)Updated: Tue, 13 Apr 2021 11:25 PM (IST)
बैसाखी पर सफाई सेवकों की हड़ताल, शहर में लगे कूड़े के ढेर
बैसाखी पर सफाई सेवकों की हड़ताल, शहर में लगे कूड़े के ढेर

जागरण संवाददाता.मोगा

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डोर-टू डोर कचरा कलेक्शन को लेकर निगम कमिश्नर ने सख्ती की तो सफाई सेवकों ने हड़ताल कर दी, बैसाखी जैसे पवित्र त्योहार के दिन शहर के बाजारों में दिन भर कूड़े के ढेर लगे रहे। इस बीच निगम कमिश्नर शहर ने शहर की सफाई को लेकर सख्त रवैया अपना लिया है। सरकार से मंजूरी मिलने के बाद छह नए ड्राइवर रखने के लिए निगम ने टेंडर निकाल दिए हैं, साथ ही 50 सफाई सेवकों को आउटसोर्स पर रखने के लिए भी टेंडर जारी कर दिया है, ताकि डोर-टू डोर कलेक्शन की व्यवस्था को प्रभावी ढंग से लागू कर शहर को गंदगी से मुक्ति दिलाई जा सके।

गौरतलब है कि छह महीने पहले निगम ने सभी 50 वार्डों में घर-घर जाकर कचरा उठाने के लिए पूरा शेड्यूल तैयार कर ड्यूटी लगा दी गई थी, लेकिन शहर के कुछ वार्डों को छोड़कर अधिकांश वार्डों में कचरा कलेक्शन के लिए मुलाजिम पहुंचे ही नहीं। नगर निगम ने घरों से कचरा उठाने के लिए 200 मरले के मकान तक 100 रुपये की दर तय की है, जबकि वर्तमान में जो लोग घरों से कचरा उठा रहे हैं जो मकान मालिक व किरायेदार से अलग-अलग वसूली करते हैं, एक ही घर से 200 से 500 रुपये वसूले जाते हैं, निगम की कचरा उठाने की व्यवस्था लागू होती है तो शहर में निजी स्तर पर घरों से कचरा उठाने वालों के हाथों से बड़ी कमाई निकल जाएगी।

सूत्रों का कहना शहर की सफाई व्यवस्था में लगे 50 प्रतिशत के करीब मुलाजिम ईमानदारी से अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं जबकि बाकी मुलाजिम कचरे के नाम पर शहर में काम कर कर रहे बड़े माफिया के हाथ में खेल रहे हैं, निगम की योजना लागू हुई तो माफिया को हर महीने लाखों रुपये की आमदनी से हाथ धोना पड़ सकता है, यही वजह है कि हर बार कोई न कोई बहाना लगाकर निगम की डोर टू डोर कलेक्शन की योजना को विफल करने में पूरी ताकत झोंकी जा रही है। निजी स्तर पर घरों से कचरा उठाने वाले लोग गीता भवन चौक, भीमनगर कैंप में रेलवे किनारे, बहोना रोड, रामगंज क्षेत्र, चौक शेखां आदि क्षेत्र में हर रोज कचरे का ढेर लगाकर दोपहर तक लोगों को दुर्गन्ध के माहौल में जीने को मजबूर कर देते है।

किस बात पर बिगड़ा मामला

निगम ने हाल ही में 10 टाटा कंपनी के कैंटर घरों से कूड़ा कलेक्शन के लिए खरीदे हैं, जिसमें गीला व सूखा कचरा अलग रखने की व्यवस्था है। आठ ट्रैक्टर ट्रालियां नगर निगम के पास पहले से हैं। अभी तक निगम के पास ड्राइवरों की कमी होने के कारण सफाई मुलाजिम ही ट्रैक्टर ट्रालियां चला रहे थे, उन्हीं को निगम कमिश्नर ने 10 नए टाटा कैंटर चलाने को कहा तो मुलाजिमों के एक गुट को लगा कि निगम अपनी व्यवस्था लागू कराने में सफल हुई तो कलेक्शन के नाम मोटी कमाई हाथ से जा सकती है, इसलिए इन मुलाजिमों ने ये कहकर दबाव बनाना शुरू कर दिया कि नए कैंटरों के लिए ड्राईवर भर्ती किए जाएं सफाई सेवक नहीं चलाएंगे, जबकि पहले सफाई सेवक ड्राइविग का काम कर रहे हैं, निगम उन्हें उसका भुगतान भी करती है। इसी बात को लेकर सफाई सेवकों ने हड़ताल की घोषणा कर दी। चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर की रिपोर्ट मिलने के बाद निगम कमिश्नर ने सफाई सेवक यूनियन के प्रधान को नोटिस जारी कर दिया।

नगर निगम ने की अपील

निगम कमिश्नर अनीता दर्शी का कहना है कि निगम के पास ड्राइवरों की कमी है,लेकिन इसके आधार पर शहर में सफाई व्यवस्था को खत्म नहीं किया जा सकता है। पहले से ही जो लोग ड्राइविग कर रहे हैं, ये निगम प्रशासक की जिम्मेदारी है कि किससे क्या काम लिया जाए। निगम काम के बदले उन्हें पैसे दे रहा है, अगर सभी मुलाजिम अपनी शर्तों पर काम करेंगे तो कैसे चलेगा। उन्होंने अपील की है कि शहर के हित में हड़ताल पर न जाएं, ये शहर की स्वच्छता का मसला है जिसमें सभी को सहयोग करना चाहिए। कारोबार प्रभावित हो रहा है

मेन बाजार एसोसिएशन के अध्यक्ष हरप्रीत सिंह मिक्की, अशोक मित्तल का कहना है कि मेन बाजार में लगे कूड़े के ढेर निगम के स्वच्छता अभियान का दम निकाल रहे हैं। कूड़े के ढेर से उनका कारोबार प्रभावित हो रहा है। मेन बाजार के दुकानदार मनजीत सिंह ,बिक्रम सिंह के कहा कि लोग कचरा फेंकते तो उनके चालान कटते हैं, अब सड़कों पर जिन्होंने कचरे के ढेर लगाए हैं, उनके भी चालान कटें।

समस्या का समाधान करे निगम

राजू, दमन गोयल, विक्की,हरजीत सिंह सोनू , नोनी सच्चर व अन्य ने बताया कि दिन भर कूड़े के ढेर से जहां गंदगी का आलम छाया रहा। वहीं उनको बदबू का सामना करना पड़ा। उन्होंने बताया कि सफाई कर्मचारियों द्वारा हड़ताल किए जाने के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है। उन्होंने डिप्टी कमिश्नर मोगा, नगर निगम कमिश्नर समेत वरिष्ठ अधिकारियों से जगह-जगह लगे गंदगी के ढेरों से निजात दिलाने की मांग की।


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