अध्यापकों ने घेरा आवास, विधायक नहीं आए बाहर
मोगा : अध्यापक जत्थेबंदियों की ओर से वीरवार को वेतन कटौती के विरोध में किसानों व मजदूरों के साथ बाघापुराना के कांग्रेस विधायक दर्शन ¨सह बराड़ की गांव खोटे में कोठी का घेराव किया, लेकिन अध्यापकों से बात करने न तो विधायक आए और न ही उनका कोई नुमाइंदा।
संवाद सहयोगी, मोगा : अध्यापक जत्थेबंदियों की ओर से वीरवार को वेतन कटौती के विरोध में किसानों व मजदूरों के साथ बाघापुराना के कांग्रेस विधायक दर्शन ¨सह बराड़ की गांव खोटे में कोठी का घेराव किया, लेकिन अध्यापकों से बात करने न तो विधायक आए और न ही उनका कोई नुमाइंदा।
इस दौरान अध्यापक नेताओं ने कहा कि एसएसए, रमसा अध्यापकों के वेतन में कटौती, सांझा अध्यापक मोर्चा के नेताओं की हुई बदलियों, 5178 कंप्यूटर अध्यापकों समेत समूह कच्चे अध्यापकों को पूरे वेतन पर पक्के करवाने के लिए सांझा अध्यापक मोर्चा पंजाब सरकार द्वारा 7 अक्तूबर से पटियाला में चल रहे पक्के मोर्चे के 40 दिनों बाद भी सरकार ने मांगें मानने की बजाय संघर्ष कर रहे अध्यापकों के तबादले कर दिए।
इस अवसर पर दिग्विजय पाल शर्मा, केवल ¨सह, बूटा ¨सह भट्टी, सरवन मानूके ने कहा कि सरकार पढ़ाई का हक छीन रही है जिसको समूह मुलाजिम व संघर्ष जत्थेबंदियां कभी भी मंजूर नहीं करेंगी। अध्यापक नेताओं ने कहा कि एक तरफ कांग्रेस सरकार घर-घर नौकरी देने का ड्रामा रच रही है, दूसरी तरफ अपने हकों की प्राप्ति के लिए महीने से अधिक समय पटियाला में पक्का मोर्चा लगाए बैठे अध्यापकों की सुध नहीं ले रही जिसको लेकर समूह अध्यापक वर्ग व मुलाजिमों में रोष पाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर पंजाब सरकार ने अध्यापक मांगों की ओर ध्यान न दिया तो कांग्रेस सरकार की लोक विरोधी नीतियों को लोगों में लेकर जाया जाएगा। उन्होंने कहा कि 18 नवंबर को शिक्षा मंत्री की कोठी अमृतसर का समूह मुलाजिम व जनतक जत्थेबंदियों के साथ घेराव किया जाएगा तथा मांगों के हल तक संघर्ष लगातार जारी रहेगा। विधायक के घेराव के बावजूद भी न तो आप विधायक और न ही विधायक का कोई नुमाइंदा अध्यापकों की बात सुनने नहीं आया।
इस अवसर पर अमनदीप माछीके, सुख¨वदर घोलियां, स्वर्ण भगता, रशपाल डेमरू, सुरेन्द्र राम कुस्सा, जस¨वदर ¨सह, कुल¨वदर ¨सह, अमरजीत सैदोके, मेजर ¨सह कालेके, बलवंत ¨सह, मोहन ¨सह औलख, कर्म रामा, बलजीत कौर, जस¨वदर ¨सह चन्नूवाला के अलावा भारी सं?या में अध्यापक उपस्थित थे। अध्यापक बोले, खुदकशी के लिए मजबूर कर रही सरकार
प्रदर्शन में शामिल अध्यापक दिगविदय पाल शर्मा, केवल ¨सह, हरजंट बोडे, बूटा ¨सह भट्टी, सरवन मानूके ने कहा कि पिछले 10 वर्षो से काम कर रहे अध्यापकों के वेतन पर जबरी कट लगाकर सरकार जहां अध्यापकों को आर्थिक तथा मानसिक संकट में डालकर खुदकशी करने के लिए मजबूर कर रही है। वहीं सरकार सरकारी स्कूलों को बंद कर गरीब बच्चों से पढ़ाई का हक छीन रही है।