मां मैं तेरा पुत बनके करांगा सेवा
कोटईसे खां देश के लिए कुर्बान होने वाले बेटे को वापस तो नहीं ला सकते हैं लेकिन मैं आपका बेटा बनकर उस कमी को पूरी करने की कोशिश जरूर करूंगा।
संवाद सूत्र, कोटईसे खां : देश के लिए कुर्बान होने वाले बेटे को वापस तो नहीं ला सकते हैं, लेकिन मैं आपका बेटा बनकर उस कमी को पूरी करने की कोशिश जरूर करूंगा। पुलवामा के शहीद जवान जैमल सिंह के घर पहुंचे फिल्म अभिनेता सोनू सूद ने ये दिलासा दिया शहीद की बुजुर्ग मां सुखबिदर कौर को। सोनू के ये शब्द सुनकर भावनाओं का समंदर आंखों से आंसू बनकर बह निकला, और सोनू को गले लगा लिया। सोनू ने भी बड़े ही आत्मीयता के साथ पुत्रवत मां को हर समय उनकी सहायता में खड़े रहने का वादा किया।
सोनू सूद बुधवार दोपहर लगभग सवा 12 बजे शहीद जैमल सिंह के कोटईसे खां स्थित घर पहुंचे। सोनू के साथ उनकी छोटी बहन मालविका सच्चर, बहनोई गौतम सच्चर भी थे।
सोनू सूद ने 75 हजार रुपये का चेक शहीद जैमल सिंह की मां सुखबिदर कौर व पिता जसवंत सिंह को दिया, जबकि 75 हजार रुपये की राशि का चेक शहीद की पत्नी सुखजीत कौर को दिया। साथ ही भरोसा दिया कि जल्द ही वे शहीद परिवार को और भी सहायता प्रदान करेंगे। इस मौके पर शहीद का पांच साल का मासूम बेटा गुरप्रकाश भी मौजूद रहा।
इस दौरान बेहद भावुक नजर आए बॉलीवुड के इस दबंग अभिनेता ने कहा कि देश के लिए अपने प्राणों को न्यौछावर कर देने वाले शहीदों को वापस तो नहीं लाया जा सकता है, लेकिन शहीदों के परिवारों की बेटे की तरह सहायता करके शहीदों के प्रति सच्ची श्रद्धाजंलि दी जा सकती है। शहीद किसी परिवार का नहीं, देश का होता है, ऐसे में शहीद के परिवार की जिम्मेदारी देश के हर नागरिक की है। उन्होंने कहा कि सीमा पर हर चुनौतियों का सामना करते हुए देश की रक्षा करते हैं, उन्हीं की खातिर हम चैन की नींद सोते हैं।
सोनू सूद जब शहीद के घर पहुंचे तो सोनू को शहीद जैमल सिंह का चित्र दिखाते-दिखाते मां सुखबिदर कौर बिलख पड़ी। एक बेटे की तरह सोनू सूद ने भी शहीद की मां के आंसुओं को पौंछते हुए उन्हें गले से लगाते हुए पुत्रवत सेवा करने का भरोसा दिया।
इस मौके पर डीएसपी धर्मकोट रशपाल सिंह, थाना प्रभारी कोट ईसे खां दविदर प्रकाश, नायब तहसीलदार मनिदरपाल सिंह, आदि मौजूद थे।