अध्यापकों के समर्थन में की रैलियां
मोगा : पंजाब स्टूडेंट यूनियन द्वारा प्रदेश स्तरीय आह्वान पर शुक्रवार को सांझा अध्यापक मोर्चा के नेतृत्व में मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे अध्यापकों के पक्ष में पंजाब सरकार के खिलाफ विभिन्न स्कूलों में गेट रैलियां करके नारेबाजी की गई।
संवाद सहयोगी, मोगा : पंजाब स्टूडेंट यूनियन द्वारा प्रदेश स्तरीय आह्वान पर शुक्रवार को सांझा अध्यापक मोर्चा के नेतृत्व में मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे अध्यापकों के पक्ष में पंजाब सरकार के खिलाफ विभिन्न स्कूलों में गेट रैलियां करके नारेबाजी की गई।
इस अवसर पर जत्थेबंदी ने मांग की कि अध्यापकों की सभी मांगे तुरंत मानी जाए तथा अध्यापकों की निलंबित व बदलियां रद्द की जाए। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष मोहन ¨सह औलख, जसप्रीत ¨सह राजेयाना, सुख¨जदर ¨सह वैरोके ने कहा कि सरकार शिक्षा का निजीकरण करने पर चली हुई है जिस कारण अध्यापकों के पक्की भर्ती न करना, वेतन में कटौती करना, स्कूलों को निजी हाथों में सौंपना, शिक्षा बजट में हर वर्ष कटौती करना स्पष्ट करता है कि सरकार लगातार शिक्षा से अपने हाथ पीछे खींच रही है। इसी कड़ी के तहत गत दिवस सरकार ने तानाशाही रवैया अपनाते अध्यापकों के वेतन में 75 प्रतिशत कटौती की। जिसके खिलाफ पिछले एक महीने से सांझा अध्यापक मोर्चा के नेतृत्व में पटियाला में पक्का धरना लगाया हुआ है। सरकार मांगे मानने की बजाए अध्यापकों को डरा व धमका रही है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने मांगों की ओर ध्यान न दिया तो संघर्ष को और तीव्र रूप दिया जाएगा। इस अवसर पर विभिन्न संस्थाओं के अनेकों अध्यापकों तथा सैकड़ों विद्यार्थियों ने संघर्ष में शमूलियत की।