शिअद व कांग्रेस ने दूसरे चरण के प्रचार अभियान की रणनीति को दी धार
मोगा फरीदकोट लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार का पहला चरण लगभग पूरा होने जा रहा है 22 अप्रैल से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो रही है ऐसे में सभी दलों ने दूसरे चरण के चुनाव प्रचार अभियान को पूरी रणनीति के साथ गर्माने के लिए अपनी रणनीति तैयार करना शुरू कर दिया है।
जागरण संवाददाता, मोगा : फरीदकोट लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार का पहला चरण लगभग पूरा होने जा रहा है, 22 अप्रैल से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो रही है, ऐसे में सभी दलों ने दूसरे चरण के चुनाव प्रचार अभियान को पूरी रणनीति के साथ गर्माने के लिए अपनी रणनीति तैयार करना शुरू कर दिया है।
शनिवार को इसी क्रम में जिला कांग्रेस प्रधान को चंडीगढ़ में बुलाकर उन्हें अगले चरण की रणनीति की दिशा निर्देश दिए गए हैं, हालांकि कुछ अन्य पार्टी पदाधिकारियों को भी चंडीगढ़ बुलाया गया था, जिनकी ड्यूटी मॉनीटरिग सेल में लगाई गई है। उधर शिरोमणि अकाली दल के सभी हलका इंचार्जों को पूरे लोकसभा क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंपी गई है, आने वाले विधानसभा चुनाव में टिकट की कसौटी लोकसभा चुनाव में सफलता-असफलता पर ही निर्भर करेगी।
गौरतलब है कि कांग्रेस प्रत्याशी मोहम्मद सद्दीक ने पहले चरण के चुनाव प्रचार अभियान में रणनीति की कमी के चलते उन्हें चुनावी चाबुक का सामना करना पड़ा था, उनकी जनसभाओं को मंजूरी तक नहीं ली गई थी। प्रदेश नेतृत्व ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाध्यक्ष महेशइंदर सिंह निहालसिंह वाला को चंडीगढ़ में बुलाया था। इसके अलावा कांग्रेस के बुद्धिजीवी सेल के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष रवि पंडित, रवि ग्रेवाल को बुलाया गया था। तीनों नेताओं के साथ चंडीगढ़ स्थित प्रदेश मुख्यालय पर प्रदेश स्तरीय नेताओं ने अलग-अलग बात की। सूत्रों का कहना है कि अभी तक के चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस की फूट जिले में देखने को मिली है, उसे प्रदेश नेतृत्व ने गंभीरता से लिया है। आगे इस प्रकार की स्थिति न हो इस पर मंथन हुआ है।
उधर शिअद प्रत्याशी गुलजार सिंह रणीके 26 अप्रैल को नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। इसी दिन से ही शिअद दूसरे चरण का चुनाव प्रचार अभियान पूरे आक्रामक अंदाज में शुरू कर देंगे। खुद पार्टी के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल 27 अप्रैल को मोगा की पुरानी दाना मंडी में दोपहर तीन बजे चुनावी रैली को संबोधित करेंगे। लोकसभा चुनाव में पूर्व कैबिनेट मंत्री जत्थेदार तोतासिंह, पंजाब हेल्थ सिस्टम कॉरपोरेशन के पूर्व चेयरमैन बरजिदर सिंह बराड़, मक्खन सहित सभी हलका इंचार्जों की प्रतिष्ठा दांव पर है। हालांकि धर्मकोट क्षेत्र में हलका इंचार्ज जत्थेदार तोतासिंह के स्थान पर भूपिदर सिंह साहोके को लगा दिया गया है, लेकिन वे जत्थेदार तोता सिंह के ही करीबी हैं, धर्मकोट की सफलता-असफलता का श्रेय जत्थेदार तोता सिंह के खाते में ही जाएगा। ऐसे में सभी हलका इंचार्ज इसे विधानसभा चुनाव की रिहर्सल मानते हुए चुनाव प्रचार की रणनीति तैयार करने में जुट गए हैं।
उधर पीडीए प्रत्याशी फिलहाल चुनाव चिन्ह को लेकर आ रही तकनीकी गड़बड़ी में उलझे हुए हैं, वहीं आम आदमी पार्टी प्रत्याशी को पार्टी संगठन का सहयोग न मिल पाने के कारण उनका चुनाव प्रचार अभियान अभी गति नहीं पकड़ पा रहा है।