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सूबेदार जो¨गदर ¨सह की शहादत को किया सलाम

मोगा : जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स में मंगलवार को डिप्टी कमिश्नर संदीप हंस, बिग्रेडियर प्रदीप कमांडर की अध्यक्षता में 1962 की ¨हद-चीन जंग में शहीदी पाने वाले परमवीर चक्कर विजेता सूबेदार जो¨गदर ¨सह के 56 वें शहीदी दिवस पर सम्मान समारोह करवाया गया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 23 Oct 2018 05:36 PM (IST)Updated: Tue, 23 Oct 2018 05:36 PM (IST)
सूबेदार जो¨गदर ¨सह की शहादत को किया सलाम
सूबेदार जो¨गदर ¨सह की शहादत को किया सलाम

संवाद सहयोगी, मोगा : जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स में मंगलवार को डिप्टी कमिश्नर संदीप हंस, बिग्रेडियर प्रदीप कमांडर की अध्यक्षता में 1962 की ¨हद-चीन जंग में शहीदी पाने वाले परमवीर चक्कर विजेता सूबेदार जो¨गदर ¨सह के 56 वें शहीदी दिवस पर सम्मान समारोह करवाया गया।

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इस दौरान शहीद की याद में सूबेदार पूर्ण ¨सह के नेतृत्व में सेना की 7 राज्य राइफल बटालियन की टुकड़ी द्वारा शहीद को सरकारी सम्मान से गार्ड ऑफ आनर पेश किया। इस अवसर पर जिला रक्षा सेवाएं भलाई कार्यालय मोगा द्वारा 14 नॉन पेंशनर पूर्व सैनिकों व विधवाओं को 70 हजार रुपए की आर्थिक सहायता के चेक डिप्टी कमिश्नर द्वारा प्रदान करके सम्मानित किया गया।

इस उपरांत शहीद की बेटी बीबी कुलवंत कौर को दौशाला भेंट करके सम्मानित किया गया। इस दौरान नैशनल कान्वेंट स्कूल के विद्यार्थियों ने देश भक्ति के गीत पेश करके सूबेदार जो¨गदर ¨सह को श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस अवसर पर पूर्व सैनिकों के परिवार, वीर चक्कर विजेता बूटा ¨सह व वीरता पुरस्कार विजेताओं की विधवाएं हाजिर थे।

पिता को मिले सम्मान पर बेटी के छलके आंसू

शहीदी दिवस समारोह में पहुंची सूबेदार जो¨गदर ¨सह की बेटी कुलवंत कौर ने बताया कि उनके पिता एक महान देश भगत व सच्चे सपूत थे । जिन्होंने 1962 की ¨हद चीन जंग के दौरान अपनी बहादुरी दिखाते हुए देश के प्रति अपनी जान न्यौछावर कर दी । कुलवंत कौर के अनुसार उनका एक भाई था, जिसकी सड़क हादसे में मौत हो गई है, लेकिन उसके भाई अमरजीत ¨सह के तीन बच्चे थे, जिनमें दो बेटों की कुछ समय पहले बीमारी के कारण मौत हो गई है । अब उनका एक भतीजा ही उनके भाई की निशानी है। कुलवंत कौर ने बताया कि हर वर्ष जिला प्रशासन व आर्मी द्वारा मोगा में एक विशेष समागम उनके पिता की शहादत को सम्मान रखते हुए करवाया जाता है। जिसमें उनको पूरा मान-सम्मान मिलता है। कुलंवत कौर ने बताया कि वैसे तो बेटी को पूरा परिवार प्यारा होता है। लेकिन बेटी को परिवार में सबसे प्यार पिता लगता है। आज चाहे उनके पिता उनके पास नही हैं फिर भी समय समय पर करवाए जाने वाले समागम दौरान उनकी आंखों में पिता का प्यार नजर आने समेत उसकी आंखों में पानी भर आता है।


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