Move to Jagran APP

कचरे में भविष्य तलाश रहा बचपन

मोगा : शहर के विभिन्न इलाकों में महज पांच से छह दस वर्ष की उम्र के बच्चे कचरा बीन रहे हैं, जिन बच्चों के पढ़ने लिखने व खेलने के दिन है उनको उनके माता पिता द्वारा ही उन्हें ऐसा करने के लिए उकसाया जा रहा है

By JagranEdited By: Published: Fri, 07 Sep 2018 10:53 PM (IST)Updated: Fri, 07 Sep 2018 10:53 PM (IST)
कचरे में भविष्य तलाश रहा बचपन
कचरे में भविष्य तलाश रहा बचपन

राज कुमार राजू, मोगा : शहर के विभिन्न इलाकों में महज पांच से छह दस वर्ष की उम्र के बच्चे कचरा बीन रहे हैं, जिन बच्चों के पढ़ने लिखने व खेलने के दिन है उनको उनके माता पिता द्वारा ही उन्हें ऐसा करने के लिए उकसाया जा रहा है, लेकिन जिला लेबर विभाग जहां इस ओर कोई गंभीरता नही दिखाई जा रही है। जिसके कारण आज बच्चों का भविष्य अंधेरे की ओर धकेला जा रहा है।

loksabha election banner

शहर के एक इलाके में कचरा बीन रहे बच्चों ने अपना नाम न बताते हुए कहा ड्रेस में अन्य बच्चों को स्कूल जाते देख उन्हें भी स्कूल जाने की जिज्ञासा होती है. वह भी चाहते हैं कि पढ़-लिखकर नौकरी हासिल कर अपने माता पिता के सपनों को साकार करे।

बता दें कि मोगा के जीरा रोड स्थित बस्ती ,नहर के पास बसी कलोनी ,प्रीत नगर, मेन बाजार के पास बसे एक मोहल्ले में रहने वाले कुछ बच्चों की ओर से कार्य किया जा रहा है। बच्चों को मुफ्त शिक्षा दिलाए सरकार : सच्चर

एनजीओ विक्रम सच्चर ने बताया कि आज शहर के लगभग हर हिस्से में बहुत से बच्चे हाथ में कापी कलम की जगह कचरे के ढ़ेर में भविष्य तलाशते शिक्षा से दूर हो रहे हें। जिसका कारण परिवार की आर्थिक स्थिति उस लायक नहीं होना है कि वह शिक्षा हासिल करने के लिए किसी स्कूल की ओर कदम बढ़ा सके। सरकार को चाहिए कि वह ऐसे बच्चों को फ्री में शिक्षा मुहैया करवाने की योजना बनाए। बाल श्रमिकों से काम लेना कानूनन जुर्म: एडवोकेट गर्ग:

एडवोकेट सुनील गर्ग ने कहा कि बाल श्रमिकों से काम लेना कानूनन जुर्म है,बाल श्रमिकों से काम लेने वालों के खिलाफ बाल श्रम निषेध एवं विनियमन अधिनियम 1986 एवं अन्य कानूनों के तहत कठोर कार्रवाई का प्रावधान है. बावजूद शहर एवं गांव के सभी दुकानदार बच्चों से काम लेते है. फिर भी विभाग व प्रशासन कुछ कुछ भी कर पाने में असमर्थ है। जल्द करेगें संबंधित अधिकारियों से बैठक : डीसी

इस संबंध में डिप्टी कमिश्नर डीपीएस खरबंदा ने कहा कि वह इस समस्या को लेकर विभागीय अधिकारियों से बैठक करके शहर में कूड़े के ढ़ेरों बीनने व ढाबों पर काम करने वाले बच्चों के माता पिता को समझाने का कार्य करने के आदेश देगें। वही स्कूल में पढ़ाई करने वाले बच्चों को भी शिक्षा की ओर अग्रसर करने में अपना योगदान देगें।

अधिकारी बोले- आदेश मिलने पर करेंगे कार्रवाई

इस संबंध में लेबर इंस्पेक्टर करण गोयल ने कहा कि उक्त कार्य डीडीपी जिला बाल सुरक्षा अफसर के अधीन आता है। जिसको वह ही हल कर सकते है। दूसरी ओर इस संबंध में जिला बाल सुरक्षा अफसर परमजीत कौर ने कहा कि उनके विभाग की ओर से मोहाली से भेजी गई रिपोर्ट के अनुसार भीख मांगने वाले बच्चों पर कार्रवाई की जाती है। ऐसे बच्चों पर उनके विभाग की ओर शिक्षा की ओर अग्रसर करने के लिए प्रेरित किया जाता है। लेकिन कूडा कचरा बीनने वाले बच्चों पर उनका कोई हक नही है कि वह उनको रोक सके। हां अगर कोई कार्रवाई करने के आदेश आते है तो वह अपनी कार्रवाई को अंजाम देगें।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.