भंगड़ा व गरबा हैं सबसे ज्यादा कैलोरी बर्निग डांस
-अमेजॉन की ई सीरीज किडर में प्रकाशित मोगा के संजीव जिम्मी की पुस्तक ने खोला राज -दुनिया के 200 से ज्यादा देशों ने जाना भारतीय लोक नृत्यों में छिपा सेहत का सबसे बड़ा राज
सत्येन ओझा, मोगा : दुनिया के एक दर्जन से ज्यादा देशों में अपने नृत्य कौशल से धूम मचाने वाले मोगा के डांस कोरियोग्राफर संजीव जिम्मी ने अब भारतीय लोकनृत्यों में छिपे सेहत के राज को पूरी दुनिया तक पहुंचाने का काम किया है। पहली बार अमेजॉन की प्रतिष्ठित ई-बुक सीरीज किंडल ने संजीव जिम्मी की पुस्तक 'आइ ड्रीम, विद माई फीट' को दुनिया भर के 200 से ज्यादा देशों में बुधवार को रिलीज किया है।
पुस्तक में संजीव जिम्मी ने अपने 17 साल के डांस के अनुभवों के साथ खुलासा किया है कि भारतीय लोकनृत्यों में वेस्टर्न डांस के मुकाबले कैलोरी बर्न करने की क्षमता सबसे ज्यादा है। अभी तक पूरी दुनिया में कार्डियो, एरोबिक्स, जुंबा जैसे वेस्टर्न नृत्य ही फिटनेस के लिए प्रयोग किए जा रहे हैं।
अमेजॉन की ई-सीरीज 'किडल' में दुनिया के जाने माने प्रतिष्ठित लेखक ही स्थान पाते हैं, जिनमें संजीव जिम्मी पंजाब के पहले लेखक हैं, जिनकी पुस्तक को किडल ने रिलीज किया है। पुस्तक में संजीव ने खुलासा किया है कि भारतीय लोकनृत्यों में पंजाब का भंगड़ा, गुजरात का गरबा, गुजरात का ही लोकनृत्य टिपनी, आसाम का बीहू फिटनेस के सबसे ज्यादा प्रभावी नृत्य हैं। इन्हें दिन में सिर्फ 30 मिनट किया जाए तो अभी तक प्रचलित वेस्टर्न नृत्य के मुकाबले इनमें कैलोरी बर्न करने की क्षमता उससे दोगुना तक ज्यादा है।
पुस्तक प्रकाशित होने के साथ ही दुनिया भर से सकारात्मक प्रतिक्रियाएं मिलनी शुरू हो गई हैं। पहले ही दिन जर्मनी से सबसे ज्यादा कमेंट मिले हैं। जर्मनी के लोगों ने भारतीय नृत्य की इस शैली को सबसे ज्यादा सराहा है, साथ ही नृत्य की इस शैली को दुनिया के सामने लाने के लिए लेखक संजीव जिम्मी का साधुवाद भी किया है।
कोट
डांस मेरे लिए सिर्फ प्रोफेशन नहीं है। डांस ने मुझे सिखाया है वर्तमान में कैसे जीना है। डांस में मुझे उम्मीद और मानवीयता के दर्शन होते हैं। दुनिया के विभिन्न देशों में नृत्य शो करके भी मुझे वो खुशी नहीं मिली तो आज पुस्तक के माध्यम से भारतीय नृत्य में छिपे सेहत के असल राज को पूरी दुनिया के सामने पहुंचाने में मिली है। खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं।
संजीव जिम्मी