सख्त कार्रवाई से रुक सकती है ड्रैगन डोर की सप्लाई
मोगा : जिला प्रशासन की ओर से प्रतिबंध लगाने के बाद आज भी इलाकों में पतंगबाजी करने वाले लोगों की ओर से अधिक पैसे खर्च कर चाइनीज डोर का प्रयोग किया जा रहा है।
राज कुमार राजू, मोगा : जिला प्रशासन की ओर से प्रतिबंध लगाने के बाद आज भी इलाकों में पतंगबाजी करने वाले लोगों की ओर से अधिक पैसे खर्च कर चाइनीज डोर का प्रयोग किया जा रहा है।
ड्रैगन डोर का इस्तेमाल न रुकने का एक बड़ा कारण यह भी है कि इस्तेमाल करने वालों को लेकर कोई जांच पड़ताल ओर चे¨कग नहीं होती। चाइनीज डोर बेचने वाले बेझिझक इसकी ब्रिकी कर रहे है। जिसको लेकर जिले के मेजिस्ट्रेट से ड्रैगन डोर के इस्तेमाल पर भी रोक लगाने समेत मामला दर्ज करने के प्रावधान के साथ साथ ग्राउंड स्तर पर जांच करके एक कानून बनाकर भारी जुर्माने के आदेश जारी करवाने होंगे।
पार्षदों का लेना होगा सहयोग
समाज सेवी भारत भूषण गर्ग ने कहा कि चाइनीड डोर पर पाबंदी लगाने के लिए जिस प्रकार जिला प्रशासन तामझाम कसते नजर आ रहा है। वहीं वार्ड स्तर पर पार्षदों का सहयोग लेते हुए हर वार्ड में चाइना डोर के प्रतिबंध को लेकर वहां कमेटियां बनाई जाएं, जिनके द्वारा बच्चों व पंतगबाजी करने वाले लोगों को चाइनीज डोर का प्रयोग न करने के बारे में जागरूक किया जा सके।
खुद करनी होगी पहरेदारी
अगर जिला प्रशासन शहरवासियों को चाइनीज डोर से मुक्ति दिलाना चाहता है, तो वह खुद द्वारा लगाए गए पाबंदी के आदेशों की पालना करके विशेष टीमें बनाए और बाजारों में या कस्बों में बिकने वाली चाइनीज डोर को लेकर पहरेदारी करके लोगों को महंगे दाम पर चाइनीज डोर बेचने पर उसी समय बिना किसी सुनवाई के भारी जुर्माना व ज्यादा से ज्यादा सजा का प्रावधान करते हुए कानूनी कार्रवाई अमल में लाए।
जागरूकता की है जरूरत
समाज सेवी विशाल अग्रवाल ने कहा कि जिला प्रशासन सामाजिक संस्थाओं को साथ लेकर चाइनीज डोर से होने वाले दुष्प्रभावों के प्रति लोगों को जागरूक करे, ताकि इस डोर को लोग खरीदना बंद कर दें। जागरूकता से ही इसकी बिक्री को रोका जा सकता है। जिला मजिस्ट्रट की ओर से पाबंदी लगाने के बावजूद डोर शहर में धड़ल्ले से बिक रही है। जिसका मुख्य कारण जागरूकता न होना है। बसंत पंचमी पर बड़ी मात्रा में बिकेगी डोर
बसंत पंचमी से पूर्व बच्चों की ओर से शहर की हर गली मोहल्ले में घरों की छतों पर पतंग उड़ाने शुरू हो गए हैं। पाबंदी के बाद भी चाइनीज डोर बेचने से दुकानदारों को जहां काफी मुनाफा होता है। वहीं पतंग उड़ाते समय यह प्लास्टिक की डोर बच्चों की उंगलियों को काट देती है। इसकी चपेट में बेजुबान पक्षी भी जाते हैं। लेकिन न जिला प्रशासन दुकानदारों पर सख्ती करता है और न ही दुकानदार इस डोर को बेचने से गुरेज करेगें। बिना सुनवाई के करेंगे मामला दर्ज : डीएसपी
इस संबंध में डीएसपी केसर ¨सह ने कहा कि उनके द्वारा डीसी के आदेशों की पालना करने के तहत चाइनीज डोर को बेचने वाले लोगों पर नजर रखी जा रही है। अगर कोई दुकानदार डीसी के आदेशों को अनदेखा करके चाइनीज डोर को बेचता पाया जाता है तो उसके खिलाफ बिना सुनवाई मामला दर्ज करने की कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।