रेल हादसे के बाद भी प्रशासन बना अंजान, खतरे में नन्ही जान
मोगा : दशहरा के दिन अमृतसर में हुए रेल हादसे से न तो जिला प्रशासन ने कोई सबक लिया है और न ही मोगा का रेलवे विभाग ही सतर्क है।
राज कुमार राजू, मोगा : दशहरा के दिन अमृतसर में हुए रेल हादसे से न तो जिला प्रशासन ने कोई सबक लिया है और न ही मोगा का रेलवे विभाग ही सतर्क है।
आज भी लोग ट्रेन के आने से पहले फाटक बंद होने पर भी लाइनों के बीच से गुजर कर जहां हादसों को दावत दे रहे हैं, वहीं अकालसर रोड पर स्थित सरकारी स्कूल के छात्र सुबह व दोपहर को छुंट्टी के बाद फाटक के नीचे से गुजरकर नन्ही जान को खतरे में डाल रहे हैं, लेकिन न तो जिला प्रशासन की ओर से लोगों को जागरूक किया जा रहा है और न ही रेलवे की ओर से लाइनें पार करने वाले लोगों पर कोई कार्रवाई की जा रही है।
बताया जा रहा है कि रेलवे ट्रैक के दूसरी ओर स्कूल के बच्चे ट्रैक पर कई बार मस्ती करते देखे जाते हैं। वहीं आम लोगों द्वारा भी रेलवे ट्रैक के पार बने बाजार में जाने के लिए रेलवे पटरी को क्रास किया जा रहा है। वहीं इस रेलवे लाइन के पास दो पार्क भी बने हुए हैं जिनमें आने जाने वाले रेलवे लाइन को क्रॉस कर ही पार्क में जाते हैं। बताया जा रहा है कि मोगा लुधियाना फिरोजपुर रेलवे लाइन के आसपास करीब 4-5 पार्क बने हुए हैं, वहीं लगभग दो स्थानों पर सावन के महीने में तीज मेले लगते हैं। जहां पर सैकड़ों महिलाएं व बच्चें लाइनें क्रॉस कर कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आते हैं। रेलवे करवाए फेंसिंग
समाज सेवी सोनू अरोड़ा ने कहा कि रेलवे विभाग को अमृतसर में हुए हादसे को देखते हुए मोगा में भी शहरी इलाके के अधीन आने वाली रेलवे लाइन के दोनों ओर फें¨सग लाइन बनानी चाहिए ताकि लोग रेलवे लाइनों को क्रॉस ही न कर सके । ऐसा होने से जहां लावारिस पशु रेलवे लाइन पर नहीं जा सकेंगे। वहीं आगामी दिनों में कोई बड़ी घटना भी नहीं होगी ।
माता पिता नहीं है जागरूक : सच्चर
समाजसेवी विक्रम सच्चर ने कहा कि एक ओर जहां अमृतसर में हुए भयंकर हादसे में करीब 70 से ज्यादा लोगों की मौत होने के साथ-साथ बहुत से लोग घायल भी हो गए हैं । फिर भी लोग घटना से सबका न लेते हुए अपने बच्चों को जागरूक नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हर माता पिता का फर्ज बनता है कि वह अपने बच्चों को रेलवे लाइन को गलत ढंग से क्रॉस न करने के लिए जागरूक करें । लोग खुद जोखिम में डाल रहे जान : वर्मा
रेलवे फाटकमैन चंद्र मान वर्मा ने बताया कि अमृतसर में हुए रेल हादसे को देखते हुए मोगा फिरोजपुर व लुधियाना फिरोजपुर जाने वाली सभी गाड़ियों के ड्राइवरों द्वारा फाटक से लगभग 7- 8 सौ मीटर की दूरी पर से ही हॉर्न को लगातार बजाना आरंभ कर देते है, लेकिन लोग खुद की जान जोखिम में डालते हुए बंद फाटक में नीचे से अपने वही वाहनों को निकालने से गुरेज नहीं करते हैं । उन्होंने कहा कि अगर हम किसी भी राहगीर को बंद फाटक के नीचे से बाइक या पैदल निकलने से रोकते हैं तो लोग उनके साथ विरोध करना शुरू कर देते हैं । अध्यापक बोले-बच्चों को करेंगे जागरूक
इस संबंध में संबंध में सरकारी कैंप भीम नगर स्कूल की अध्यापिका सिमरजीत कौर ने कहा कि दशहरा पर्व के बाद सोमवार को स्कूल लगा है। अब स्कूल में रोजाना होने वाली प्रार्थना सभा में बच्चों को रेलवे ट्रैक पर न चलने के लिए जागरूक किया जाएगा।
रास्ता करवाएंगे बंद : स्टेशन मास्टर
इस संबंध में स्टेशन अधीक्षक एसआर मीना ने कहा कि उनके ध्यान में उक्त समस्या अभी लाई गई है। वह आगामी दिनों में रेलवे ट्रैक के पास बने पार्कों के अलावा बिना फाटकों के लोगों द्वारा प्रयोग किए जाने वाले आरजी रास्तों को बंद करवाएगें। कोट्स
डीसी संदीप हंस ने कहा कि अधिकारियों को मौके पर जांच करने के लिए भेजेंगे। इस उपरांत राहगीरों व स्कूली बच्चों को सही रास्ते का प्रयोग करने के लिए जागरूक किया जाएगा। इसके उपरांत बिना जरूरत के रास्तों को बदं करवाने की कार्रवाई की जाएगी।