भर्ती से पहले रोजगार मेले में 8500 रुपये मांग रही है सिक्योरिटी एजेंसी
मोगा : गांव मोठावाली निवासी हरप्रीत ¨सह पंजाब सरकार की घर-घर रोजगार योजना के तहत बड़ी उम्मीद लेकर आइटीआइ में लगे रोजगार मेले में पहुंचे थे, 10वीं तक शिक्षित होने के कारण उन्होंने एसआइएस नामक सिक्योरिसी एजेंसी के लिए इंटरव्यू दिया था।
जागरण संवाददता, मोगा : गांव मोठावाली निवासी हरप्रीत ¨सह पंजाब सरकार की घर-घर रोजगार योजना के तहत बड़ी उम्मीद लेकर आइटीआइ में लगे रोजगार मेले में पहुंचे थे, 10वीं तक शिक्षित होने के कारण उन्होंने एसआइएस नामक सिक्योरिसी एजेंसी के लिए इंटरव्यू दिया था। कंपनी ने इस शर्त के साथ उसका रिज्यूम रख लिया कि पहले वह 8500 रुपये 25 फरवरी तक जमा कराएंगे, फिर कंपनी उन्हें ट्रे¨नग देगी, ट्रे¨नग के बाद उसे 10-12 हजार रुपये मासिक वेतन पर रखा जाएगा।
रोजगार विभाग के आंकड़ों में रोजगार मेले के चौथे दिन रोजगार के लिए चुने जाने वाले अभ्यर्थियों की संख्या 741 के आंकड़े को छू गई है, लेकिन सच्चाई बहुत कड़वी है। निराश होकर रोजगार मेले से लौटे हरप्रीत ¨सह ने बताया कि पैसे देकर जॉब लेनी होती तो फिर वे यहां क्यों आते। रोजगार मेले में ये एक हरप्रीत ¨सह के साथ नहीं गुजर रही है, बल्कि ज्यादातर अभ्यर्थियों के साथ ऐसा ही हो रहा है। अभी तक मेले में नामी कंपनियां नहीं पहुंची हैं, मेला महज 10-12वीं तक शिक्षित युवाओं के लिए सिक्योरिटी एजेंसी, एलआईसी व अन्य निजी इंश्योरेंस कंपनियों के टारगेट बेस फील्ड जॉब, चपरासी, चौकीदार तक सीमित रहा है, इन पदों के लिए ऑफर किए जा रहे मानदेय लेबर एक्ट का भी उल्लंघन कर रहे हैं।
बीड़ बधनी से पहुंची सुखप्रीत कौर व चरणजीत ¨सह ने बताया कि उन्होंने प्लस-2 किया है, निजी एलआइसी कंपनी ने उनका रिज्यूम रख लिया है, साथ ही कहा है कि उन्हें कॉल करके बुलाया जाएगा, काम क्या होगा, किस पद के लिए ऑफर करेंगे, कोई जानकारी नहीं दी।
इस बीच जिला प्रशासन की ओर से दावा किया गया है कि रोजगार मेले के चौथे दिन तक कुल 1,192 उम्मीदवारों ने भाग लिया। मेले में पहुंची 49 कंपनियों ने 741 युवाओं का रोजगार के लिए चयन किया है। चौथे दिन 70 उम्मीदवारों को शार्ट लिस्ट किया गया। 91 नौजवानों को स्व रोजगार अपनाने के लिए प्रेरित किया गया। मेले का अंतिम दिन 21 फरवरी है। एडीसी (विकास) राजेन्द्र बत्तरा ने युवाओं को रोजगार मेले का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाने पर जोर दिया है। वर्दी व ट्रेनिंग के पैसे ले रही कंपनी : परमिंदर कौर
जिला रोजगार अधिकारी पर¨मदर कौर ने बताया कि सिक्योरिटी एजेंसी 8500 रुपये इस बात के ले रही है कि वह पहले बच्चों को वर्दी देगी, ट्रे¨नग देगी, उन्हें रखने की व्यवस्था करेगी, इसलिए ये राशि मांगी जा रही है।