गीता भवन चौक के ब्यूटीफिकेशन पर छिड़ी वर्चस्व की लड़ाई
मोगा चुनावी मौसम में गीता भवन चौक के सुंदरीकरण के नाम पर नगर निगम में वर्चस्व की नई जंग छिड़ गई है। बिना आधिकारिक मंजूरी व डिजाइन के शहर के एक सेनेटरी कारोबारी ने सुंदरीकरण का काम शुरू करा दिया था बाद में नगर निगम के एक्सईएन नछत्तर सिंह ने मौके पर पहुंचकर काम रुकवा दिया।
जागरण संवाददाता, मोगा : चुनावी मौसम में गीता भवन चौक के सुंदरीकरण के नाम पर नगर निगम में वर्चस्व की नई जंग छिड़ गई है। बिना आधिकारिक मंजूरी व डिजाइन के शहर के एक सेनेटरी कारोबारी ने सुंदरीकरण का काम शुरू करा दिया था, बाद में नगर निगम के एक्सईएन नछत्तर सिंह ने मौके पर पहुंचकर काम रुकवा दिया।
निगम कमिश्नर अनीता दर्शी ने बताया कि चौक में भगवान वाल्मीकि जी की प्रतिमा लगी होने के कारण तीन महीने पहले एक आवेदन आया था, उसे मंजूरी देने से रोक दिया था क्योंकि भगवान वाल्मीकि जी की प्रतिमा के साथ छेड़छाड़ किए बिना सुंदरीकरण कैसे हो सकता है, इसकी योजना तैयार करने के बाद भी उस पर आगे की कार्रवाई हो सकती है। उधर मेयर अक्षित जैन का कहना है कि सुंदरीकरण का काम रुका नहीं है, चल रहा है, उसका डिजाइन बनते ही काम पूरा करा दिया जाएगा।
गौरतलब है कि शहर के प्रमुख श्याम नर्सिंग होम के संचालक डॉ. सीमांत गर्ग ने गीता भवन चौक के सुंदरीकरण की पेशकश करते हुए जनवरी में आवेदन निगम कमिश्नर अनीता दर्शी को दिया था। निगम कमिश्नर ने पहले तो सुंदरीकरण की अनुमति देकर प्रस्ताव इंजीनियरिग विभाग को फॉरवर्ड कर दिया था, बाद में पता चला कि चौराहे पर भगवान वाल्मीकि की मूर्ति स्थापित है तो उन्होंने प्रस्ताव को रोक दिया था। उनका प्रस्ताव आज तक लंबित पड़ा है, इसकी पुष्टि डॉ. सीमांत ने की।
पिछले दो दिनों से अचानक चौराहे के सुंदरीकरण का काम शहर के एक सेनेटरी कारोबारी ने करना शुरू कर दिया था। इसकी जानकारी जब नगर निगम के एक्सईएन नछत्तर सिंह तक पहुंची तो उन्होंने काम को रुकवा दिया। एक्सईएन नछत्तर सिंह ने बताया कि अग्रवाल सेनेटरी वाले काम कर रहे थे, लेकिन उनके पास न तो सुंदरीकरण की डिजाइन थी न ही मंजूरी, इस कारण काम रुकवा दिया है। उन्होंने बताया कि पहले भी किसी डॉक्टर की तरफ से प्रस्ताव आया था उस पर अभी कोई फैसला नहीं हो सका है।
कोट्स
गीता भवन चौक की सुंदरीकरण के काम की मंजूरी किसी ने मुझसे नहीं ली है, बिना डिजायन और प्रस्ताव को वहां किसी भी प्रकार का काम नहीं हो सकता है। अगर किसी भी स्तर पर किसी निजी व्यक्ति को वहां काम करने के लिए कहा गया है तो ये नियमानुसार गलत है।
-अनीता दशी, कमिश्नर, नगर निगम मोगा