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मिलर्स के आगे मंत्री ने टेके घुटने, हड़ताल खत्म, खरीद शुरू

आखिरकार प्रदेश के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री भारत भूषण आशु ने उपचुनावों की मजबूरी को देखते हुए राइस मिलर्स एसोसिएशन के आगे घुटने टेक दिए।

By JagranEdited By: Published: Mon, 14 Oct 2019 11:18 PM (IST)Updated: Mon, 14 Oct 2019 11:18 PM (IST)
मिलर्स के आगे मंत्री ने टेके घुटने, हड़ताल खत्म, खरीद शुरू
मिलर्स के आगे मंत्री ने टेके घुटने, हड़ताल खत्म, खरीद शुरू

जागरण संवाददाता, मोगा : आखिरकार प्रदेश के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री भारत भूषण आशु ने उपचुनावों की मजबूरी को देखते हुए राइस मिलर्स एसोसिएशन के आगे घुटने टेक दिए। पिछले सप्ताह मोगा में मिलिग नीति के खिलाफ प्रदेश स्तर के राइस मिलर्स की रोष रैली के बाद मंत्री ने मिलर्स के आंदोलन को राजनीति से प्रेरित बताया था। मंत्री ने मुल्लांपुर में राइस मिलर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ मुलाकात करते हुए भरोसा दिया है कि प्रदेश सरकार मिलर्स को मिलिग नीति में जो भी राहत दे सकती है, जरूर देगी। इसके लिए 16 अक्टूबर को चंडीगढ़ में संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक बुलाई है, जिसमें मिलर्स के मुद्दों पर आधिकारिक रूप से फैसला लिया जाएगा। इसके साथ ही प्रदेश भर में राइस मिलर्स ने अपनी हड़ताल वापस ले ली है। हड़ताल वापस होते ही सोमवार से सूबे की खरीद एजेंसियों ने मंडियों में धान खरीद शुरू कर दी है।

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गौरतलब है कि इस बार मिलिग नीति में सरकार ने फैसला लिया था कि अगर राइस मिलर्स ने मिलिग के पास 100 प्रतिशत धान 31 मार्च तक स्टोर नहीं कराया तो उस पर मिलर्स पर ब्याज लग सकता है। राइस मिलर्स इसी बात का विरोध कर रहे थे कि सरकार के पास स्टोर करने के लिए जगह नहीं है, ऐसे में ब्याज वे क्यों दें। इसी के चलते एक अक्टूबर से मिलर्स ने हड़ताल कर दी थी। पहले तो मंत्री ने मिलर्स को आंखे दिखाने की कोशिश की थीं, उन्हें राजनीति से प्रेरित विरोध बताया था, लेकिन मंडियों में धान के अंबार लगने के बाद खरीद शुरू न होने के कारण सरकार पर दबाव बढ़ रहा था। उधर उपचुनाव में भी कांग्रेस को कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा था, ऐसे में सोमवार को मंत्री आशु ने राइस मिलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष तरसेम सैनी व अन्य मिलर्स से मुल्लांपुर में मुलाकात के बाद उनकी सभी मांगों को स्वीकार करने का भरोसा देते हुए 16 अक्टूबर को चंडीगढ़ में बैठक तय करा दी है। अध्यक्ष तरसेम सैनी ने बताया कि इस आश्वासन के बाद पूरे प्रदेश में मिलर्स ने हड़ताल खत्म कर खरीद शुरू कर दी है। मोगा में 9,424 मीट्रिक टन हुई आमद

डिप्टी कमिश्नर संदीप हंस ने बताया कि मोगा की मंडियों में 9,424 मीट्रिक टन धान की आमद हुई है। खरीद एजेंसियों ने 7,963 मीट्रिक टन धान की खरीद की है। 4,285 मीट्रिक टन धान की लिफ्टिग भी हो चुकी है। पिछले साल जिले की मंडियों में 13,05,805 मीट्रिक टन धान की आमद हुई थी। इस सीजन दौरान लगभग 13 लाख मीट्रिक टन धान की फसल मंडियों में पहुंचने की आशा है। जिला मंडी अफसर जसविन्दर सिंह के अनुसार पनग्रेन ने 1088 मीट्रिक टन, मार्कफेड ने 1098 मीट्रिक टन, पनसप ने 53 मीट्रिक टन, पंजाब राज्य गोदाम निगम ने 248 मीट्रिक टन व प्राइवेट व्यापारियों ने 5076 मीट्रिक टन धान खरीदा है।


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