स्वास्थ्य के प्रति किया जागरूक
द लर्निग फील्ड ए ग्लोबल स्कूल में प्री-प्राइमरी स्कूल के बचों को लाइव सेशन में जीवन की उपयोगी जानकारियां बड़े ही रोचक ढंग से दी गईं।
संवाद सहयोगी, मोगा : द लर्निग फील्ड ए ग्लोबल स्कूल में प्री-प्राइमरी स्कूल के बच्चों को लाइव सेशन में जीवन की उपयोगी जानकारियां बड़े ही रोचक ढंग से दी गईं। चेयरमैन जनेश गर्ग ने बच्चों को शरीर के अंगों, शरीर के संवेदनशील अंगों व उनकी कार्यप्रणाली की विस्तार से जानकारी दी गई। उन्हें बताया गया कि शरीर के कौन से अंत अति संवेदनशील होते हैं, जिन्हें छूने से इंफेक्शन होता है। कोविड-19 के समय में तो ऐसे अंगों को छूने से विशेष रूप से बचें। स्कूल चेयरमैन जनेश गर्ग ने कहा कि शरीर के अंगों की जानकारी देते हुए बच्चों को कोरोना संक्रमण से बचने के प्रति भी जागरूक किया गया। बच्चों को बड़े ही प्रभावी ढंग से बताया गया कि अक्सर सभी की आदत होती है बैठे-बैठे अपने कान, नाक, आंख और कहीं भी खुजाते हैं या छूते हैं। जबकि शरीर में ऐसे छह महत्वपूर्ण अंग होते हैं जिन्हें कभी नहीं छूना चाहिए। इन अंगों को छूने की आदत आपको बीमार बना सकती है। इन्हें छूने से इंफेक्शन फैलने का खतरा होता है। उन्होंने बच्चों को आंख की जानकारी देते हुए बताया कि आखें सेंसेटिव होती हैं। सबसे जल्दी इंफेक्शन पकड़ती हैं। इन्हें छूने से भी इंफेक्शन हो सकता है। क्योंकि, हाथों और नाखूनों के किटाणु आखों में आसानी से चले जाते हैं। खुजली होने पर बच्चे अपने कान से अंगुली डालकर उसे साफ करने की कोशिश करते हैं, यह बेहद खतरनाक है। इससे कान के अंदर की ईयर वॉल पर असर पड़ता है। वह डैमेज हो सकती है। अक्सर लोग कान, आंख की तरह नाक में भी उंगली डालकर साफ करते हैं। ऐसा करने से हाथ के जर्म्स नाक में जाने से नेजल इंफेक्शन और लगातार करने से फंगल इंफेक्शन भी फैल सकता है। इसके अलावा बच्चों को शरीर के अन्य विभिन्न अंगों की भी विस्तार से जानकारी दी। स्कूल के चेयरमैन जनेश गर्ग ने बताया कि लाइव सेशन की खास बात ये रहती है कि स्कूल की फैकल्टी बच्चों को सिखाने के बाद उनके पेरेंट्स से फीडबैक भी ले रही है कि बच्चे स्कूल के ऑनलाइन एजूकेशन के प्रयासों से क्या सीख रहे हैं, उनका अनुभव है। इस पूरी प्रेक्टिस से भविष्य से डिजिटल सिस्टम के माध्यम से ऑनलाइन एजूकेशन की नई राहें खुल रही हैं।