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छुट्टी के दिन भी खुशप्रीत को मजबूर किया जाता था स्कूल आने को

लुधियाना रोड पर स्थित डे बोर्डिंग एसबीआरएस गुरुकुल स्कूल की 11वीं की छात्रा का आत्महत्या का मामला।

By JagranEdited By: Published: Sun, 13 Jun 2021 06:00 AM (IST)Updated: Sun, 13 Jun 2021 06:00 AM (IST)
छुट्टी के दिन भी खुशप्रीत को मजबूर किया जाता था स्कूल आने को
छुट्टी के दिन भी खुशप्रीत को मजबूर किया जाता था स्कूल आने को

सत्येन ओझा ओझा, मोगा : लुधियाना रोड पर स्थित डे बोर्डिंग एसबीआरएस गुरुकुल स्कूल की 11वीं कक्षा की छात्रा खुशप्रीत कौर के सुसाइड मामले में छात्रा के नाना ने स्कूल प्रशासन व पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

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नाना जसवीर सिंह का कहना है कि छुट्टी के दिन भी खुशप्रीत कौर को स्कूल में बुलाया जाता था, खुशप्रीत नहीं जाना चाहती थी तो प्रिंसिपल की बेटी उसे जबरन स्कूल लेकर जाती थी। नाना ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि उन्होंने जब थाना मैहना पुलिस को खुशप्रीत कौर के सुसाइड करने की सूचना दी तो पुलिस ने पहले आरोपितों को सूचित कर उन्हें भगाने का काम किया, बाद में सूचना देने के एक घंटे बाद मैहना पुलिस मौके पर पहुंची। यही वजह है कि अभी तक किसी की गिरफ्तारी भी नहीं की जा रही है। खुशप्रीत कौर के मोबाइल फोन में खुशप्रीत को ब्लैकमेलिग करने के राज मौजूद हैं, उन्हें आशंका है कि पुलिस आरोपितों को बचाने के लिए मोबाइल फोन का डाटा खत्म कर सकती है।

इस बेहद संवेदनशील मामले में पुलिस अधिकारियों ने पूरे मामले में चुप्पी साध ली है। डीएसपी धर्मकोट सुबेग सिंह व थाना प्रभारी मैहना जगविदर सिंह ने मीडिया से दूरी बना ली है, शनिवार को कई बार फोन करने के बाद दोनों अधिकारियों ने फोन तक पिक नहीं किया, न ही घटना के 48 घंटे बाद पुलिस किसी को भी गिरफ्तार कर सकी है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि प्रारंभिक जांच में ये बात सामने आ रही है कि इस मामले में नामजद स्कूल का डीपी अमनदीप चाहल खुशप्रीत के साथ रिलेशन बनाना चाहता था, प्रिसिपल हरप्रीत कौर की बेटी रवलीन कौर डीपी की इस इच्छा में उसकी मदद करती थी। घटना के 24 घंटे बाद प्रि. हरप्रीत कौर का कहना है कि उन्हें खुशप्रीत कौर के सुसाइड के बारे में कोई जानकारी नहीं है, न ही उनसे कभी किसी ने खुशप्रीत कौर को लेकर कोई शिकायत की। मृतका के नाना ने उठाए सवाल

मृतका के नाना जसवीर सिंह का कहना है कि प्रिसिपल झूठ बोल रही हैं, उन्होंने जिस प्रकार से स्कूल में जाकर प्रिसिपल को खूब खरी खोटी सुनाई थीं, उस दिन स्कूल का दूसरा स्टाफ भी वहां आ गया, गार्ड तक आ गए थे, स्कूल के सीसीटीवी कैमरे चेक कर सारे मामले की सच्चाई सामने आ जाएगी। उन्होंने ये भी सवाल उठाया कि जब उन्होंने थाना मैहना पुलिस को खुशप्रीत के सुसाइड की सूचना दी तो उसके कुछ देर बाद ही स्कूल का डीपी व प्रिसिपल परिवार के साथ स्कूल से फरार हो गए। आखिर उन्हें सूचना किसने दी। उन्होंने साफ आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें भगाया है, यही वजह है कि पुलिस ने अभी तक स्कूल के सीसीटीबी कैमरे की डीबीआर कब्जे में नहीं ली है, डीबीआर कब्जे में लेकर जांच की जाय तो साफ हो जाएगा कि सुसाइड के कुछ देर बाद दोनों आरोपित स्कूल से फरार हुए हैं। जांच अधिकारी एएसआई लखबीर सिंह का कहना है कि मामले की पड़ताल चल रही है, मोबाइल लैब में जांच के लिए भेजा जा रहा है, आरोपितों को गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है।

इस बीच में खुशप्रीत की घटना के बाद स्कूल के बच्चों से जो बातें सामने आ रही हैं वे बेहद गंभीर हैं, स्कूल हास्टल में आए दिन पार्टियां होती थीं, वहां बच्चों को नशा तक पहुंचता था, डीपी की भूमिका इसमें संवेदनशील रहती थी, स्कूल के बच्चों से अगर पूछताछ की जा जाय तो बहुत कुछ ऐसा सामने आ सकता है जिसकी किसी स्कूल कैंपस में कल्पना करना तक मुश्किल है।


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