महागौरी का पूजन कर भक्तों ने किया कंजक पूजन
महागौरी के पूजन के साथ ही जिले भर में मंगलवार को श्रद्धालुओं ने कंजक पूजन किया।
तरलोक नरूला,मोगा
महागौरी के पूजन के साथ ही जिले भर में मंगलवार को श्रद्धालुओं ने कंजक पूजन किया। कंजकों को भोजन व प्रसाद के साथ उन्हें उपहार देकर श्रद्धालुओं ने आशीर्वाद लिया, बाद में व्रत का पारायण किया।
सरदार नगर में सास स्नेहलता व बहू कशिश मित्तल इस परंपरा को अनोखे अंदाज में निभा रही हैं। सोमवार की रात को पहले कंजकों को मेहंदी लगाई गई। मंगलवार की सुबह महागौरी के पूजन के बाद उन्हें भोजन खिलाया गया। बाद में उपहार के रूप में सुहाग की सामग्री देकर उन्हें विदा किया गया। शाम के समय उन्हीं के साथ महामाई का गुणगान किया, जिसमें कंजकों भी मां की भेंटों में नाचती दिखीं।
नवरात्र के उपलक्ष्य में मंगलवार को सुबह से श्रद्धालु कंजकों का इंतजार करते हुए दिखे। नवदुर्गा के अष्टम रूप महागौरी के पूजन के बाद श्रद्धालुओं ने कंजकों को भोजन कराया। बाद में व्रत का पारायण किया। हालांकि कोरोना संक्रमण तेज होने के बावजूद लोगों में अष्टमी पूजन को लेकर काफी उत्साह दिखा।
सुबह से ही अष्टमी के पूजन को लेकर घरों में हलवा चने का प्रसाद तैयार किया गया। बाद में भक्त कंजकों को आमंत्रण करते देखे गए। सात दिन से चल रहे व्रत का पारायण कंजकों को भोजन कराकर उपहार देकर विदा करने के बाद किया। मां भगवती के भव्य दरबार सजाये गए थे। कंजकों के चरण स्पर्श कर उनकी कंजक के रूप में पूजा की। मां के पावन स्वरूप पर तिलक करने उपरांत कंजकों को तिलक व मौली कर उनसे आशीर्वाद लिया। आरती कर कंजको को हलवा पूरी चने के साथ साथ मन लुभावने उपहार देकर उनको विदा किया। श्री सनातन धर्म शिव मंदिर के पुजारी पंडित पवन गौतम ने बताया की नवरात्र के आठवें दिन महागौरी की आराधना की जाती है। उसी के तहत आज भक्तों ने मां की ज्योति जगकर आराधना की है। वही नवरात्रों में रखे व्रतों को भी पूर्ण किया है। उन्होंने कहा की मां का ध्यान हमारी अंतरात्मा को दिव्य पवित्रता से परिपूर्ण कर देता है। जीवन में शांति प्रदान करता है।