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थाने में मासूम बच्चों को अ‌र्द्धनग्न कर बेरहमी से पीटा

मोगा पड़ोसी का मोबाइल चोरी के मामले में थाना अजीतवाल में तीन मासूम बचों को पुलिस ने शुक्रवार को कमरे में अ‌र्द्धनग्न कर बेरहमी से पीटा।

By JagranEdited By: Published: Sat, 08 Aug 2020 10:58 PM (IST)Updated: Sat, 08 Aug 2020 10:58 PM (IST)
थाने में मासूम बच्चों को अ‌र्द्धनग्न कर बेरहमी से पीटा
थाने में मासूम बच्चों को अ‌र्द्धनग्न कर बेरहमी से पीटा

जागरण संवाददाता, मोगा

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पड़ोसी का मोबाइल चोरी के मामले में थाना अजीतवाल में तीन मासूम बच्चों को पुलिस ने शुक्रवार को कमरे में अ‌र्द्धनग्न कर बेरहमी से पीटा। मां ने विरोध किया, तो उसे पुलिस मुलाजिमों ने धक्के मारकर थाने के कमरे से बाहर कर दिया। ज्यादा शोर-शराबा करने पर बच्चों को पुलिस मुलाजिम जब कमरे से बाहर लेकर आए तो वे अ‌र्द्धनग्न हालत में थे और उनका मलमूत्र निकल गया था। पीड़ित मजदूर पिता ने इस मामले में शुक्रवार देर सायं एसएसपी हरमनबीर सिंह गिल से इंसाफ की गुहार लगाई है।

उधर, मामला एसएसपी के दरबार में पहुंच जाने के बाद अब थाने के पुलिस अधिकारी सफाई देने में जुट गए हैं। मगर, थाना प्रभारी व उनके अधीनस्थ के विरोधाभासी बयान से साफ है कि कुछ न कुछ गड़बड़ है। थाना प्रभारी जसविदर सिंह का कहना है कि बच्चों को न तो थाने लाया गया और न ही थाने में पिटाई हुई, जबकि एएसआइ बलबिदर सिंह का कहना है कि बच्चों से थाने में पूछताछ जरूर की थी, लेकिन उनके साथ मारपीट नहीं की गई।

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यह है मामला

अजीतवाल के निवासी मनप्रीत सिंह पुत्र दर्शन सिंह ने अजीतवाल पुलिस थाने में लिखित शिकायत दी थी कि उनका फोन छह जुलाई की शाम को लगभग पांच बजे चोरी हो गया है। शिकायत में मनप्रीत सिंह ने आशंका व्यक्त की थी कि उसका फोन उसके पड़ोस में रहने वाला जगजीत सिंह के बेटे चोरी कर ले गए हैं। बच्चों पर मोबाइल चोरी का आरोप लगने के बाद शुक्रवार को जगजीत सिंह व पत्नी नवदीप कौर अपने तीनों बच्चों बलकार सिंह (11 वर्ष), शिवराज सिंह (9 वर्ष) व आशु रतन सिंह (7 साल) को लेकर खुद थाने पहुंचे थे। जगजीत सिंह का कहना है कि वह थाने में ये सफाई देने गया था कि मोबाइल चोरी होने का समय शाम को पांच बजे बताया गया है, जबकि वे दोपहर दो बजे बच्चों को लेकर जगराओं के निकट शेख दौलत डेरे पर बाबा के पास गए थे। डेरे में लगे सीसीटीवी कैमरे में दोपहर 2 बजकर 36 मिनट पर उनके प्रवेश करने की सीसीटीवी फुटेज भी है। जगजीत सिंह ने पुलिस अधिकारियों से आग्रह किया कि उनके तीनों बच्चों से पूछताछ कर लें।

इसके बाद एएसआइ बलविदर सिंह व एसएचओ जसविदर सिंह की मौजूदगी में पुलिस ने तीनों बच्चों को थाने के एक कमरे में बंद कर दिया। बच्चों की मां नवदीप कौर ने बच्चों के साथ कमरे में घुसने का प्रयास किया, तो वहां मौजूद पुलिस मुलाजिमों ने मां को धक्के मारकर बाहर कर दिया।

पीड़ित नवदीप कौर का कहना है कि कमरे में बंद करके पुलिस मुलाजिमों ने उनके बच्चों के साथ थर्ड डिग्री का सुलूक किया, उनके कपड़े उतरवाकर बुरी तरह मारपीट की। नवदीप कौर ने बताया कि कमरे के अंदर से बच्चों की चीख पुकार की आवाजें आने लगीं, तो उसने हंगामा शुरू कर दिया। शोर-शराबा होने पर पुलिस ने करीब एक घंटे बाद कमरे का दरवाजा खोला, तो उस समय बच्चे आधे नग्नावस्था में थे। उनका मलमूत्र बाहर आ गया था। इस बारे में पीड़ित ने एसएसपी को शिकायत देकर इंसाफ की गुहार लगाई है।


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